मऊ। आज पूर्वांचल में बड़ा राजनैतिक गठजोड़ देखने को मिल रहा है। सूबे के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी और पूर्वांचल में अपना कई जिलों में पकड़ रखने वाली पिछडो की पार्टी सुभासपा का गठबंधन का ऐलान हो गया है। मऊ में हो रही सपा-सुभासपा की संयुक्त रैली में हलधर के मैदान में भारी जनसैलाब उमड़ा है।
मऊ में आयोजित रैली में पहले सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। इसके बाद सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव भी जमकर बरसे। अखिलेश यादव ने कहा सपा ये महापंचायत नहीं बदलाव की पंचायत है, आज पीला और लाल रंग एक हो गया है। दिल्ली-लखनऊ में कौन-कौन लाल-पीला हुआ।
बंगाल के बाद अब यहां भी खदेड़ा होगा-अखिलेश
अखिलेश ने कहा बंगाल के बाद अब यहां भी खदेड़ा होगा, पूर्वांचल के लोग जगते हैं तो बदलाव होता है। कोरोना काल में BJP ने लॉकडाउन में बेसहारा छोड़ दिया ।कोरोना में गरीब,मजदूर मर गए, मेडिकल कॉलेज में बेड, दवाएं, डॉक्टर नहीं हैं, गरीबी से लोग मौत को गले लगा रहे हैं।
अखिलेश यादव ने ओम प्रकाश राजभर के साथ रैली में कहा, बंगाल के बाद अब यूपी में “खदेड़ा” होगा। मैंने लखनऊ में कहा था की जिस दरवाजे से बीजेपी सत्ता में आई है वो दरवाजा ओपी राजभर ने बंद कर दिया और हमलोग ने मिलकर सिटकनी लगा दी है।
रैली में अखिलेश यादव ने कहा, आने वाला चुनाव भविष्य बनाने का चुनाव है, सम्मान पाने का चुनाव है। आपके नेता बीजेपी के साथ भी रहे हैं, क्या-क्या सपने दिखाए थे बीजेपी ने, क्या क्या वादे किए थे, अब बताओ झूठ बोलने वाली पार्टी कौन है?
मैं सत्ता में बैठाना हटाना जानता हूं- राजभर
बता दें, इससे पहले ओमप्रकाश राजभर भाजपा सरकार पर जमकर बरसे। राजभर ने कहा यूपी की जनता की 500 यूनिट बिजली बिल 5 साल तक माफ रहेगी और महंगाई से निजात मिलेगी क्योंकि अबकी बार अखिलेश आएंगे। उन्होने कहा जैसे बंगाल में खेला होबे तो यूपी में खदेड़ा होबे। राजभर ने कहा अखिलेश यादव CM बनें तो जातिगत गणना होगी। गरीबों को इलाज का पैसा दिया जाएगा। मैं सत्ता में बैठाना हटाना जानता हूं।
बता दें, अखिलेश और राजभर के साथ आने से पूर्वांचल में बीजेपी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। पूर्वांचल की कई सीटों पर सुभासपा का खासा प्रभाव माना जाता है। ऐसे में यहां सपा-सुभासपा गठबंधन को फायदा हो सकता है। इसके अलावा कई सीटों पर जहां ओबीसी वोट बैंक अच्छी संख्या में है वहां हर सीट पर मुस्लिम वोट बैंक भी काफी प्रभावी है। ऐसे में माना जा रहा है कि राजभर के जाने से इस गठबंधन से बड़ा फायदा मिल सकता है।