UP News: पिक हॉवर में विद्युत आपूर्ति में यूपी शीर्ष पर, अगले साल 30 हजार मेगावाट उत्पादन की तैयारी

यूपी में 28,704 मेगावाट बिजली की मांग थी, जिसके सापेक्ष 24 जुलाई को अधिकतम 28,284 मेगावाट बिजली सप्लाई की गई।

UP News: उत्तर प्रदेश को बिजली आपूर्ति में बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। उपभोक्ताओं के पीक हॉवर में बिजली देने में यूपी प्रथम स्थान पर पहुंच गया है। अगले गर्मी में 30 हजार मेगावाट बिजली की आपूर्ति करने की तैयारी है। इसके लिए 660 मेगावाट की एक यूनिट की ट्रायल पूरा हो चुका है। शुक्रवार को यह अपनी पूरी क्षमता से कार्य करने लगेगा। वहीं, 660 जवाहरपुर की एक अन्य यूनिट जनवरी में शुरू हो जाएगी। ओबरा और जवाहरपुर यूनिट निर्माणाधीन है। इसे मई से चलाने की योजना बनाई जा रही है।

यूपी ने बनाया नया रिकॉर्ड

उत्तर प्रदेश से पहले महाराष्ट्र पहले स्थान पर था। लेकिन राज्यसभा 19 दिसंबर को पेश किए गए रिपोर्ट के मुताबिक यूपी ने पीक हॉवर में बिजली आपूर्ति का नया रिकॉर्ड बनाया। यूपी में 28,704 मेगावाट बिजली की मांग थी, जिसके सापेक्ष 24 जुलाई को अधिकतम 28,284 मेगावाट बिजली सप्लाई की गई। जबकि, महाराष्ट्र 31178 के सापेक्ष 27996 आपूर्ति हुई। अब अगले गर्मी के लिए 30 हजार मेगावाट की योजना बनाई गई है। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।

ओबरा 660 मेगावाट की नई यूनिट शुक्रवार से पूरी क्षमता से उत्पादन शुरू कर देगा। इस यूनिट को 765 केवी के अनपरा डी से उन्नाव पारेषण लाइन से जोड़कर परीक्षण किया गया है। अब इसे ग्रिड से जोड़कर पूरी क्षमता से चलाया जाएगा। इसी प्रकार जवाहरपुर की 660 मेगावाट यूनिट का ट्रायल चल रहा है। इसे जनवरी के पहले सप्ताह से चलाने की योजना है। वहीं, ओबरा और जवाहरपुर की 660-660 मेगावाट की यूनिट का निर्माण कार्य प्रगति पर है। पॉवर कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष डा. आशीष कुमार गोयल ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि आने वाले पीक सीजन में 30 हजार से अधिक मांग की पूर्ति के लिए हर स्तर पर तैयारी चल रही है। उत्पादन बढ़ाने के साथ ही बैंकिंग का भी इंतजाम किया जा रहा है।

इतिहास रचने जा रहा यूपी

ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश इतिहास रचने जा रहा है। ओबरा यूनिट मंगलवार दोपहर करीब 2.30 पर पूरी क्षमता से परीक्षण किया जाएगा। 72 घंटे के बाद से इसे नियमित मान लिया जाएगा। दो इकाइयां सुपर क्रिटिकल टेक्नोलॉजी पर आधारित है। परियोजना की लागत करीब 13,005 करोड़ है। यह परियोजना जीरो लिक्वीड डिस्चार्ज युक्त हैं। इस प्लांट से उत्पादित विद्युत 100 प्रतिशत क्रय के लिए अनुबंधित हैं। इसके अलावा एनटीपीसी से ओबरा डी के 800 मेगावाट के दो प्लांट का अनुबंध हुआ है। पनकी में 660 मेगावाट की एक यूनिट अगले वर्ष से कार्य करने लगेगी। घाटमपुर में 660 यूनिट की तीन यूनिट स्थापित की जा रही है। वर्तमान में सभी थर्मल पावर प्लांट की विद्युत फत्पादन क्षमता 6100 है।

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