UP : न तो सिक्योरिटी और न ही हूटर बजाती गाड़ियों का काफिला, मरीज बनकर KGMU पहुंचे डिप्टी सीएम और खुल गयी पोल…

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं मंत्री चिकित्सा शिक्षा ब्रजेश पाठक बुधवार को अचानक ही केजीएमयू में जांच करने पहुंच गए। इस दौरान उनके साथ न तो सिक्योरिटी थी और न ही हूटर बजाती गाड़ियों का काफिला। वह मास्क लगाकर खुद लाइन में लग गए और पहले से मौजूद मरीजों से बातचीत कर वहां मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी ली। मरीज और तीमारदारों से उनकी दिक्कतों के बारे में बात करते रहे।

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने निरीक्षण के दौरान ओपीडी में बदइंतजामी पर नाराजगी जाहिर की। इसके साथ ही पंजीकरण के लिए केजीएमयू के नंबर पर फोन करने वाले मरीजों की कॉल रिसीव न होने पर जमकर फटकार लगाई। उपमुख्यमंत्री ने ओपीडी और इमरजेंसी में एक-एक मरीज से बात की और कहा अगर किसी भी तरह की समस्या हो तो आप हमें तुरंत बताएं आपकी समस्या का निदान तुरंत किया जाएगा। ब्रजेश पाठक ने अगले 24 घण्टे में अस्पताल की व्यवस्था दुरुस्त करने की चेतावनी दी है।

डिप्टी सीएम 10 मिनट तक करते रहे फोन, हर बार बताता रहा बिजी

आप को बता दे कि डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सुबह की ऑनलाइन पंजीकरण व्यवस्था की पड़ताल के लिए खुद अस्पताल में फ़ोन किया। लेकिन केजीएमयू में 10 मिनट नम्बर बिजी बताता रहा। इससे नाराज होकर वे प्रशासनिक अधिकारियों के साथ एक्सचेंज पहुंच गए। वहां सिर्फ दो लाइन पर बात हो रही थी। बाकी 10 लाइन खाली थीं। इस पर उनका गुस्सा फूट पड़ा। इसके बाद मंत्री ब्रजेश पाठक सीधे केजीएमयू पहुंच गए।

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