
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में हुए चुनाव के बाद से लगातार समाजवादी पार्टी केंद्रीय चुनाव आयोग के खिलाफ बयान दे रहे है। अखिलेश यादव के द्वारा केंद्रीय चुनाव आयोग को मृत बताए जाने और उसे सफेद कपड़ा दिए जाने के बयान के बाद से ही सपा कार्यकर्ताओं ने भी केंद्रीय चुनाव आयोग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित सपा कार्यालय के बाहर जहां एक तरफ बकायदा होर्डिंग में एक कफ़न पर केंद्रीय चुनाव आयोग लिखा गया, तो वही पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सपा कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय चुनाव आयोग को मृत करार देते हुए पिंडदान तक कर डाला। वाराणसी के पितरकुंडा पर पहुंच सपा कार्यकर्ताओं ने वैदिक मंत्रोचारण के साथ केंद्रीय चुनाव आयोग का पिंडदान किया।
सपा ने केंद्रीय चुनाव आयोग पर लगाया है बीजेपी को संरक्षण देने का आरोप…
प्रदेश में हुए मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में कथित धांधली को लेकर समाजवादी पार्टी ने केंद्रीय चुनाव आयोग पर बीजेपी को संरक्षण देने का आरोप लगाया है। वही सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी अपने एक बयान में चुनाव आयोग को मृत बताया। अखिलेश यादव ने कहा कि ” चुनाव आयोग मर गया है, उसे सफेद कपड़ा (कफन) भेट करना पड़ेगा।

वही वाराणसी में केंद्रीय चुनाव आयोग का पिंडदान करने वाले समाजवादी यूथ ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं का कहना है, कि उनके नेता अखिलेश यादव ने कह दिया कि चुनाव आयोग मर गया है। ऐसे में वैदिक विधि विधान के साथ केंद्रीय चुनाव आयोग का मोक्ष की नगरी काशी में पिंडदान किया गया। बता दें कि अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी के तमाम नेताओं के द्वारा मिल्कीपुर चुनाव में धांधली और बीजेपी को संरक्षण देने के आरोपों को अधिकारियों ने निराधार बताते हुए खारिज कर दिया। तो वही दूसरी ओर बीजेपी के नेताओं ने इस बयान को हार से पहले ही हार का बहाना करार दिया है।
रिपोर्ट : नीरज कुमार जायसवाल