बसपा और भाजपा की गलबहियों की कहानियां तो बहुत है लेकिन असल में इसका दीदार मेरठ की राजनीति में हुआ है. यहां बसपा नेता दारासिंह प्रजापति और बीजेपी नेता संगीत सोम 28 मार्च की दोपहर एक साथ नजर आये. बसपा नेता दारासिंह समाज के आरक्षण के मुद्दे पर पदयात्रा लेकर दिल्ली की ओर निकले तो उनके कार्यक्रम में बीजेपी नेता संगीतसिंह सोम ने शिरकत की.
पदयात्रा परीक्षितगढ़ रोड से कमिश्नरी चौराहे पहुंची तो संगीतसिंह सोम ने यहां पहुंचकर पदयात्रा में शिरकत की. संगीतसिंह सोम ने बसपा नेता के नेतृत्व में कमिश्नरी चौराहे पर इकठ्ठा भीड़ को संबोधित किया और आश्वासन दिया कि प्रजापति समाज के आरक्षण के मुद्दे को लेकर वह शीघ्र ही मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से मुलाकात करेगें. उन्होने पदयात्रा का समर्थन भी किया.
दारासिंह प्रजापति बहुजन समाज पार्टी के नेता है और पूर्व में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी रहे है. उनका कारोबार अवैध कालोनियों और काम्पलैक्स का निर्माण करके उनकी बिक्री करना है. हाल ही के दिनों में उनकी कई अवैध कालोनियों और अवैध काम्पलेक्स निर्माण के किस्से सामने आये है. 27 मार्च को परीक्षितगढ़ रोड पर काफी बड़े रकवे में बन रही दारासिंह प्रजापति की अवैध कालोनी में विकास प्राधिकरण की ध्वस्तीकरण टीम से बदसलूकी की गयी और टीम को गुंडों के दम पर खदेड़ दिया गया.
मेरठ विकास प्राधिकरण ने दारासिंह प्रजापति के खिलाफ भावनपुर थाने में गंभीर धाराओं में केस दर्ज कराया था. बाबजूद इसके दारासिंह प्रजापति खुलेआम पुलिस की नाक के नीचे पदयात्रा लेकर दिल्ली की ओर रवाना हो गये मगर पुलिस ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नही की. माना जा रहा है कि बीजेपी नेता संगीतसिंह सोम का पदयात्रा में आना बसपा नेता दारासिंह प्रजापति का सत्ताधारी पार्टी के साथ शक्ति-प्रदर्शन था. सूत्र बताते है कि सोम और दारासिंह के संबध इन दिनों काफी मजबूत है.