ताइवान के वायु रक्षा क्षेत्र में एक साथ घुसे चीन के 11 सैन्य विमान, ताइवान सरकार ने दिया बड़ा बयान!

बीजिंग में पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की स्थापना करने वाली माओत्से तुंग की कम्युनिस्ट पार्टी से गृह युद्ध में हारने के बाद चीन की तत्कालीन सरकार साल 1949 में ताइवान भाग गई थी. तब से ही चीन और ताइवान के बीच खींचतान की शुरुआत हुई.

ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने रविवार को कहा कि ग्यारह चीनी सैन्य विमानों ने ताइवान जलडमरूमध्य की मध्य रेखा को पार कर ताइवान के वायु रक्षा क्षेत्र में प्रवेश किया. चीन-ताइवान के बीच जारी सैन्य संघर्ष के बीच बीजिंग ने हाल ही में यह ऐलान किया था कि वह ताइवान द्वीप के करीब अपनी सैन्य गतिविधियां जारी रखेगा.

इसी बीच चीन, ताइवान के पास अपनी सैन्य गतिविधियों को जारी रखे हुए है. हालांकि पिछले सप्ताह की तुलना में चीन की यह कार्रवाई अपेक्षाकृत छोटे पैमाने पर है लेकिन दोनों देशों के बीच तकरार अब भी जारी है. वहीं ताइवान सरकार का कहना है कि चूंकि चीन के जनवादी गणराज्य ने कभी भी द्वीप पर शासन नहीं किया है, इसलिए उसे इस पर दावा करने या अपना भविष्य तय करने का कोई अधिकार नहीं है.

उन्होंने यह भी कहा कि ताइवान पर किसका शासन होगा इस निर्धारण केवल और केवल ताइवान के लोग करेंगे. चीन को इस मामले में दखल देने अथवा द्वीप पर अपना भविष्य तय करने का कोई अधिकार नहीं है.

बता दें कि बीजिंग में पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की स्थापना करने वाली माओत्से तुंग की कम्युनिस्ट पार्टी से गृह युद्ध में हारने के बाद चीन की तत्कालीन सरकार साल 1949 में ताइवान भाग गई थी. तब से ही चीन और ताइवान के बीच खींचतान की शुरुआत हुई जो आज दोनों अलग-अलग देशों के बीच आज युद्ध का स्वरुप ले चुकी है.

Related Articles

Back to top button