उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी की एक मासूम बच्ची की दर्द भरी कहानी प्रसिद्ध उद्योगपति गौतम अडानी से देखी नहीं गई और आगे बढ़कर उसकी तकलीफ़ों को उन्होंने हाथों हाथ लिया और एक्स पर पोस्ट कर अदाणी फ़ाउंडेशन को इसके बेहतर इलाज के लिए हर संभव मदद का निर्देश दिया। लखीमपुर खीरी की इस बेटी जिसकी मां बचपन में ही गुजर गई। मां की मौत के बाद पिता सौतेली मां ले आया, तो बच्ची दादा-दादी के पास रहने लगी, जहां अभी वो पढ़ाई कर रही है।
मुंबई – अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने किया पोस्ट
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) May 17, 2024
➡एक बेटी का बचपन यूं छिन जाना दुखद है
➡छोटी सी उम्र में लवली, उसके दादा-दादी का संघर्ष बताता है
➡एक आम भारतीय परिवार कभी हार नहीं मानता
➡अडानी फाउंडेशन लवली का बेहतर इलाज करेगा
➡यह सुनिश्चित करेगा की लवली को बेहतर इलाज… pic.twitter.com/W4xDV0AyqQ
बात इतनी ही होती तब भी जिंदगी गुजर बसर की जा सकती थी, लेकिन इस बच्ची का बांया पैर और हाथ दोनों ही बचपन से टेढे़ हो गए और परिवार की हालत ऐसी नहीं कि उसका इलाज कराया जा सके।
इसके पहले भी गौतम अडानी उत्तर प्रदेश में रहने वाली एक 4 साल की मासूम बेटी के लिए फरिश्ता बने थे उनकी पहल पर चार साल की मनुश्री के दिल के छेद का पीजीआई में इलाज हुआ था। गौतम अदाणी के ट्विटर पर इस पहल के बाद ट्विटर पर लोगों ने इसे हाथों हाथ लिया और उनकी प्रशंसा की बाढ़ आ गई। एक ट्विटर हैंडलर ने ट्वीट कर कहा इसी कारण गौतम अडानी जी लाखो दिलो पर राज करते है।