संचारी रोग नियंत्रण अभियान को लेकर जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित, पढ़े पूरी खबर…

जिलाधिकारी ने माइक्रोप्लान के अनुसार सभी विभागों को अभियान चलाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि प्रतिदिन मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में संचारी रोग नियंत्रण अभियान की वर्चुयल समीक्षा होगी. उन्होंने नगर स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए की शहर में जितने भी खाली प्लाट है, जिसमे पानी आदि जमा होता है उसमे फॉगिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव कराना सुनिश्चित किया जाए. साथ ही निर्देश दिया की जिला पंचायतीराज अधिकारी, खंड विकास अधिकारी अपने अपने क्षेत्र में भ्रमणशील रहते हुए साफ सफाई और फॉगिंग कराना सुनिश्चित कराए.

Lucknow : साल का आखिरी विशेष संचारी रोग नियत्रण अभियान आज से शुरू होकर 30 अक्टूबर तक चलेगा. इस संचारी रोग को लेकर जिला टास्क फोर्स की बैठक जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार की अध्यक्षता में सोमवार को बैठक हुई. इस मौके पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि नियमित तौर पर फ़ॉगिंग और एंटी लार्वा घोल का छिड़काव किया जाये. मच्छर जनित रोगों से बचाव के लिए लोगों को जागरूक किया जाये.

आपको बता दें कि जिलाधिकारी ने माइक्रोप्लान के अनुसार सभी विभागों को अभियान चलाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि प्रतिदिन मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में संचारी रोग नियंत्रण अभियान की वर्चुयल समीक्षा होगी. उन्होंने नगर स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए की शहर में जितने भी खाली प्लाट है, जिसमे पानी आदि जमा होता है उसमे फॉगिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव कराना सुनिश्चित किया जाए. साथ ही निर्देश दिया की जिला पंचायतीराज अधिकारी, खंड विकास अधिकारी अपने अपने क्षेत्र में भ्रमणशील रहते हुए साफ सफाई और फॉगिंग कराना सुनिश्चित कराए.

इस मौके पर नगर स्वास्थ्य अधिकारी पी.के.श्रीवास्तव, राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम डा.मंसूर सिद्दकी, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. निशांत निर्वाण, जिला मलेरिया अधिकारी डा. रितु श्रीवास्तव, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी, अन्य विभागों के प्रतिनिधि मौजूद थे.

मच्छरों से बचने के उपाय

  • 1-वाटर टैंक व कंटेनरों को ढक कर रखें और घर के अंदर व आसपास पानी जमा न होने दें.
  • 2-अनावश्यक कन्टेनर, कबाड़, टायर व नारियल के खोल में पानी जमा न होने दें, तत्काल उसका निस्तारण सुनिश्चित करें.
  • 3-प्रत्येक सप्ताह कूलर का पानी बदलें और कूलर आदि में ज्यादा दिनों तक पानी न जमा होने दें.
  • 4-बर्ड बाथ, फूलदान आदि में प्रत्येक सप्ताह पानी बदलें.

स्वयं बचाव के उपाय

  • 1-सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें.
  • 2-दिन के समय मच्छरों के काटने से बचने के लिए पूरी बांह के कपड़े पहने और बुखार आने पर चिकित्सक की सलाह पर दवा का उपयोग करे.

क्या न करें

  • 1-घर मे या घर के आस पास कूलर, बाल्टी, बैरल, फूलदान, बर्ड बाथ, फ्रीज, टायर व नारियल के खोल में पानी जमा न होने दें.
  • 2-टूटे बर्तन, अनुपयोगी बोतल, टिन, पुराने टायर, और कबाड़ को घर मे न जमा होने दें और न ही उन्हें घर के पास फेंकें. उक्त चीजों का उचित निस्तारण सुनिश्चित करायें जिससे कि उनमें मच्छरों की ब्रीडिंग न हो पाए.
  • 3-बुखार होने पर स्वंय से दवा न करें , चिकित्सक के परामर्श के उपरान्त ही दवा का उपयोग करें.

मौसमी बीमारियों से जुड़ी जानकारी के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के कन्ट्रोल रूम नम्बर 0522-2622080 पर संपर्क कर सकते हैं.

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