पिछले लंबे समय से रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। आज इस युद्ध का 18वां दिन है। रूस यूक्रेन के रिहायसी शहरों में ताबड़तोड़ हमले कर रहा है। वहीं कीव समेत कई शहरों पर घेरा और कस लिया है। इस बीच रूस के दो हेलिकॉप्टरों को यूक्रेन ने ढेर कर दिया, लेकिन रूस की मिसाइल पावर के आगे यूक्रेन बेदम है। 18 दिनों में 800 से ज्यादा मिसाइलों से यूक्रेन ने वार किया है। यही वजह है कि अमेरिका अब यूक्रेन को आधुनिक एयरडिफेंस सिस्टम देने पर विचार कर रहा है, लेकिन डर है कि तब तक देर ना हो जाए।
अब रूस ने यूक्रेन के शहर निप्रो को निशाना बनाना शुरू कर दिया। और उसे पूरी तरह तबाह कर दिया है। 18 दिनों के बाद भी रूस यूक्रेन के शहरों पर लगातार बमबारी कर रहा है। वहीं दक्षिणी यूक्रेन का माइकोलीव इलाका में एक के बाद एक धमाके हो रहे हैं। रूसी सेना हर उस इलाके पर वार कर रही है जहां तक उसकी सेना पहुंच नहीं पाई है। ऐसा ही शहर है ओडेशा जहां नागरिकों को रूसी सेना के आने का खतरा है। इसके लिए पहले ही तैयारियां शुरू हो गई हैं लेकिन यहां भी रूसी हमले के निशान शहर भर पर मिल रहे हैं।
वही, अब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन यूक्रेन की सहायता के लिए आगे आए है। उन्होने यूक्रेन को 1500 करोड़ रूपयों की अतिरिक्त आर्थिक मदद का फैसला लिया है। जिससे यूक्रेन देश में मचे हाहाकार से जूझ सकें। लेकिन ये साफ हो गया है कि यूक्रेन में ना तो यूरोप के देशों की सेना उतरेगी और ना ही NATO देशों की यानी यूक्रेन को अपनी लड़ाई खुद ही लड़नी होगी। वहीं रूस के लिए युद्ध आसान नहीं रहा है। 18 दिन में रूस बडी कामयाबी हासिल नहीं कर पाया है, वहीं आर्थिक प्रतिबंधों से रूस को दो लाख पच्चीस हजार करोड़ के नुकसान का अंदाजा ब्लूमबर्ग ने लगाया है और ये नुकसान लगातार बढ़ता जा रहा है।