अलीगढ़ में गणेश प्रतिमा घर पर स्थापित करने के बाद मौलानाओं के निशाने पर आई रूबी आसिफ खान आज बुधवार के दिन गणेश प्रतिमा का विधि विधान से विसर्जन करने नरोरा गंगा घाट पहुँची, और वहाँ जाकर गणेश प्रतिमा का दम्पति ने गणेश विसर्जन किया। रूबी आसिफ खान के साथ उनकी दो मुस्लिम महिला पड़ोसी, भी मौजूद रहीं हैं। सुबह रूबी ने सबसे पहले गणेश जी की पूजा की और उसके बाद मूर्ति को सिर पर रखकर अपने मुस्लिम क्षेत्र में फेरी-यात्रा निकाली। तदोउपरांत प्रतिमा लेकर नरौरा के लिए रवाना हो गई। और वहाँ जाकर विधि विधान से विसर्जन किया।
रूबी ने बताया कि आज भगवान श्री गणेश जी की प्रतिमा को 7 दिन बाद विधि विधान के साथ नरौरा घाट पहुंच कर विसर्जन किया है। गौरतलब है कि रूबी आसिफ खान ने भगवान श्री गणेश की मूर्ति 31 तारीख को स्थापित की थी। जैसा कि रूबी का बताना है कि तभी से उनको मुस्लिम कट्टरपंथीयों की तरफ से बयानों के माध्यम से फतवे जारी होने लगे। कट्टरपंथियों ने तरह-तरह के बयान जारी कर कहा था कि यह हिन्दू बन चुकी है। यह मुस्लिम हो ही नहीं सकती। इसने अपने यहां मूर्ति रख ली। इसको इस्लाम से खारिज करो।
रूबी आसिफ़ खान ने आगे बताया कि इतना ही नहीं जान से मारने की धमकियां तक मिलने लगी। परिवार को जिंदा जला कर मारने के लिए तक बोल दिया गया। इस तरह की धमकियां आने लगी। बाहर निकलती हूँ तो उल्टे सीधे कमेंट बाजी करते हैं कि हिंदू जा रही है। लेकिन मुझे फतवा से और मौलानाओं से कोई डर नहीं है। मैंने जिस तरीके से धूमधाम से गणेश प्रतिमा स्थापित की थी और उसी तरह धूमधाम से सुबह घर से निकल कर विसर्जन के लिए निकली और बुलंदशहर के नरौरा गंगा घाट पर पहुँच कर विधि विधान से विसर्जन कर दिया है।आपको बता दें कि रूबी आसिफ़ खान भाजपा में जयगंज मंडल उपाध्यक्ष व श्रीकृष्ण जन्मभूमि निर्माण न्यास में जिलाध्यक्ष के पद पर हैं।