देवशयनी एकादशी आज, सीएम योगी ने दी शुभकामनाएं, जानें क्या हैं इसकी पौराणिक मान्यताएं !

देवशयनी" शब्द का अर्थ भगवान को आराम करने या सोने से है, विशेष रूप से भगवान विष्णु को, जिनके बारे में माना जाता है कि वे इस एकादशी के बाद क्षीर सागर में शेषनाग पर आराम करते हैं.

लखनऊ; 24 एकादशियों में सबसे महत्वपूर्ण दिनों में से एक देवशयनी एकादशी है. जिसे सनातन परंपराओं के अनुसार बेहद शुभ माना जाता है. पूरे भारत में देवशयनी एकादशी आज 29 जून को मनाई जा रही है. देवशयनी एकादशी आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि (11वें दिन) को आती है. देवशयनी एकादशी को हरि शयनी एकादशी और आषाढ़ी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यह आषाढ़ माह के अंत में आती है.

“देवशयनी” शब्द का अर्थ भगवान को आराम करने या सोने से है, विशेष रूप से भगवान विष्णु को, जिनके बारे में माना जाता है कि वे इस एकादशी के बाद क्षीर सागर में शेषनाग पर आराम करते हैं. कुछ अनुयायियों का मानना ​​है कि भगवान विष्णु पूर्ण विश्राम की स्थिति में क्षीर सागर में विश्राम करते हैं जिसे योग निद्रा कहा जाता है. इस दिव्य निद्रा के बाद, भगवान विष्णु चार महीने के बाद प्रबोधिनी एकादशी या देव उत्थान के दिन जागते हैं.

इस पावन अवसर पर सीएम योगी ने यूपी वासियों को शुभकामनाएं दीं. सीएम योगी ने लिखा कि पावन देवशयनी एकादशी की समस्त प्रदेश वासियों एवं श्रद्धालुओं को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं. चराचर जगत के पालनहार, भगवान श्री विष्णु की कृपा हम सभी पर बनी रहे, सभी के जीवन में सुख-शांति एवं समृद्धि आए, यही प्रार्थना है.

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