बसपा सुप्रीमों मायावती ने अपने 68वें जन्मदिन पर एक बड़ा ऐलान करके राजनीतिक परिदृश्य को हिलाकर रख दिया। उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी किसी भी गठबंधन, सत्तापक्ष या विपक्ष का हिस्सा नहीं बनेगी और अकेले चुनाव लड़ेगी। मायावती के इस राजनितिक कदम से यूपी की सियासी हलचल तेज हो गयी है।
लखनऊ- बीएसपी अध्यक्ष मायावती की प्रेसवार्ता, बीएसपी अध्यक्ष मायावती का आज जन्मदिन
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) January 15, 2024
➡सभी लोगों को नववर्ष 2024 की बधाई- मायावती.
➡BSP सरकार ने सभी वर्गों के लिए काम किया- मायावती
➡बेरोजगारों, युवाओं, महिलाओं के लिए काम किया- मायावती
➡जनहित में हमारी सरकार फैसले लेती थी –… pic.twitter.com/stKXL77JmB
मौजूदा सरकार पर हमला बोलते हुए मायावती ने कहा कि जनता को फ्री राशन देकर गुलाम बनाया गया है। वर्तमान समय में कोई काम नहीं दिख रहा है। धर्म और संस्कृति को लेकर राजनीति हो रही है। आज धर्म की आड़ में राजनीति हो रही है। बसपा ने सभी वर्ग को साथ लेके चला है।
मायावती का अखिलेश यादव पर बड़ा हमला
बसपा सुप्रीमों मायावती ने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर बड़ा हमला बोला है ,उन्होंने कहा कि सपा अध्यक्ष गिरगिट की तरह रंग बदलते हैं और बीएसपी के लोग ऐसे लोगों से सावधान रहें। आगे उन्होंने कहा कि सभी पार्टियां बीएसपी से गठबंधन चाहती हैं, लेकिन हमें किसी भी गठबंधन से फायदा नहीं होता है। देश में निष्पक्ष चुनाव होने चाहिए।
2024 चुनाव में हमारा किसी से गठबंधन नहीं- माया
मायावती ने अपने जन्मदिन के अवसर पर साफ़ तौर पर कहा कि वह किसी से गठबंधन नहीं करेंगी और 2024 का लोकसभा चुनाव अकेली लड़ेगी। मायावती के इस बयां के बाद यूपी में सियासी हलचल तेज हो गयी। बसपा के लोग लोग चुनाव की तैयारी करें और अकेले लड़े। सभी पार्टियां बीएसपी से गठबंधन चाहती हैं लेकिन किसी भी गठबंधन से हमें फायदा नहीं होता है।
प्राण प्रतिष्ठा में जाने पर बोली मायावती ?
मायावती ने कहा कि मुझे प्राण प्रतिष्ठा में आने का निमंत्रण मिला है और हम राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का स्वागत करते हैं। किसी भी धर्म का काम हो हमें ऐतराज नहीं है। वहीं अयोध्या जाने के सवाल पर मायावती ने कहा कि पार्टी कार्यों में व्यस्त हूं, अयोध्या जाऊंगी तो बताऊंगी। प्राण प्रतिष्ठा में बुलाने के लिए ट्रस्ट का आभार।
अपर कास्ट का वोट BSP को नहीं मिलता है – मायावती
मायावती ने कहा कि हम इसलिए चुनाव अकले लड़ते हैं क्योंकि इसका सर्वोच्च नेतृत्व एक दलित के हाथ है। गठबंधन करके बीएसपी का पूरा वोट गठबंधन की पार्टी को चला जाता है जबकि अपर कास्ट वोट बसपा को नहीं मिलता है। जिससे बसपा को भरी नुकसान होता है।