डिजिटल डेस्क: बिहार की राजनीति के लिए आज यानी 12 फरवरी का दिन बेहद खास है। विधानसभा में सोमवार को नीतीश सरकार अपना बहुमत साबित करने के लिए विधान सभा पहुँच चुकी है। वहीँ इस फ्लोर टेस्ट से पहले ही बिहार के सियासी हलकों में भी हलचल तेज होती नजर आ रही है। इस बीच सदन में विपक्ष के द्वारा खूब हो हल्ला मचाया गया। इसी शोर शराबे के बीच राज्यपाल का अभिभाषण शुरू हुआ। वहीँ स्पीकर के अभिभाषण के बाद स्पीकर के खिलाफ प्रस्ताव भी लाया जाएगा। बता दें, सदन के कार्यवाही से पहले ही बीजेपी और RJD को बड़ा झटका लगते देखा गया है। दरअसल, फ्लोर टेस्ट के पहले भाजपा के तीन विधायक तो RJD के पांच विधायक सदन में नहीं पहुंचे हैं। इस बीच अपने अपने विधायकों को बचाने के लिए पार्टियों ने बड़ा कदम उठाया है। एक ओर RJD विधायकों को तेजस्वी के आवास पर तो BJP के विधायकों को पटना के पाटलिपुत्र एग्जॉटिका होटल में शिफ्ट कर दिया गया है, वहीँ दूसरी ओर जेडीयू ने भी अपने विधायकों को चाणक्य होटल में रुकने का आदेश दिया है।
विपक्ष के दो विधायक सत्ता पक्ष के साथ, RJD ने सत्ता पक्ष पर लगाया बड़ा आरोप
बता दें, फ्लोर टेस्ट से पहले बिहार में भगदड़ तेज हो गई है। जहाँ कार्यवाही से पहले JDU के तीन विधायक संजीव कुमार, दिलीप राय और बीमा भारती सदन में नहीं पहुंचे हैं। तो वहीँ बीजेपी के मिश्रीलाल यादव, रश्मि वर्मा के साथ RJD के दो विधायक नीलम देवी और चेतन आनंद सत्ता पक्ष के साथ हो गए हैं। इस बीच राजद प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव के तरफ से नीतीश सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि, “RJD के दो विधायक चेतन आनंद और नीलम देवी को सत्तारूढ़ दल द्वारा सचेतक के कमरे में बैठा दिया गया है। उन्हें लगातार धमकी दी जा रही है। यह लोकतंत्र की हत्या है।”
सरकार की उपलब्धियों पर चर्चा के बीच नारेबाजी
इस दौरान राज्यपाल के तरफ से सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए सदन के कार्यवाही का शुरुवात हुआ। राज्यपाल ने नए साल के पहले सत्र में सभी सदस्यों को बधाई दी। अपने संबोधन में उन्होंने नीतीश सरकार के उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि, “बिहार सरकार ने न्याय के साथ सुशासन पर बल दिया। राज्य में कानून व्यवस्था सबसे सर्वोच्च नीति, पुलिसकर्मियों और पदाधिकारियों को विधि व्यवस्था और संधारण की अलग-अलग जिम्मेवारी को सरकार ने बखूबी निभाया है। 2005 में बिहार पुलिस की संख्या काफी कम थी, यहाँ मात्र 42,481 पुलिसकर्मी ही कार्यरत थे। मगर वर्तमान में राज्य पुलिस की संख्या बढ़ कर 1 लाख 10 हजार हो गई है।
इस बीच विपक्ष द्वारा जोरदार हंगामा करते हुए थोड़ी देर के लिए नारेबाजी भी देखने को मिला। दरअसल, जब राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर बिहार में शिक्षकों की नौकरी पर चर्चा कर रहे थें तब राजद सदस्यों के तरफ से तेजस्वी यादव जिंदाबाद के नारे लगाए गए। मगर यह नारेबाजी थोड़ी देर में शांत हो गई। अंततः आर्लेकर ने अपने अभिभाषण को खत्म करते हुए कहा कि, ‘मुझे धैर्य और ध्यानपूर्वक सुनने के लिए आप सभी माननीयों का धन्यवाद।”
पटना में जारी RJD का प्रदर्शन, विधानसभा पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात
वहीँ, आरजेडी के कार्यकर्ताओं के तरफ से पटना में प्रदर्शन किया जा रहा है। दरअसल, इस प्रदर्शन के जरिये RJD, JDU के पाला बदलने पर अपना आक्रोश जाहिर कर रहा है। विपक्ष के प्रदर्शन को देखते हुए विधानसभा के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है।
स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास, स्पीकर को पद से हटाया गया
अब से थोड़ी देर में स्पीकर को हटाने की प्रक्रिया शुरू होगी। प्रक्रिया के बाद बिहार विधानसभा के स्पीकर अवध बिहारी चौधरी ने सरेंडर कर दिया है। उन्होंने अपने ऊपर लगे अविश्वास प्रस्ताव के बाद सरेंडर कर दिया है। जिसके बाद अवध बिहारी चौधरी को उनके स्पीकर के पद से हटाया गया है।
किसके पास कितनी सीटें हैं मौजूद
गौरतलब है कि, “बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें है। ऐसे में बहुमत का आंकड़ा 122 का है। अब अगर बात करें NDA का तो उसके पास 128 विधानसभा सदस्य हैं, जिसमें BJP 78 सीटें तो JDU के पास 45 सीटें हैं और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के पास 4 सीटें और एक निर्दलीय विधायक सुमित सिंह साथ हैं। वहीँ, विपक्ष के पास 114 विधायक मौजूद हैं। जिसमें विपक्षी खेमें में बैठे RJD के 79, Congress के 19, CPI (ML) के 12, CPI (M) के 2 और CPI के 2 विधायक हैं।