अदाणी स्किल डेवलपमेंट सेंटर से महिला समूह के प्रथम बैच ने सफलता पूर्वक 3 महीने का रोजगारपरक प्रशिक्षण प्राप्त किया. वाराणसी के सेवापुरी के गांधी आश्रम में अदाणी फाउंडेशन के तत्वाधान मे जनवरी मे शुरू हुआ है. यह केंद्र सामाजिक सरोकारों की प्रतिबद्धता के तहत 19 शहरों के 30 केंद्र पर काम कर रहा. अदाणी फाउंडेशन ग्रामीण महिलाओं को स्वावलंबी बनाने पर फोकस कर रहा.
सेवापुरी के गांधी आश्रम में अदाणी फाउंडेशन की शाखा, अदाणी स्किल डेवलपमेंट सेंटर के द्वारा 14 जनवरी 2022 से गोबर एवम लगभग 60 प्रकार की हवन सामग्री से अगरबत्ती बनाने का प्रशिक्षण कार्यक्रम आरंभ हुआ था । जिसके पहले बैच में गांव की 70 महिलाओं ने भाग लिया।
प्रशिक्षण के दौरान उनको अगरबत्ती प्रीमिक्स बनाना, ऑटोमेटिक मशीन चलाना, पैकिंग ,ब्रांडिंग और मार्केटिंग सभी बिंदुओं पर प्रशिक्षित किया गया और इसको बाजार में विपणन के लिए गंगातीरी नस्ल जो कि भारतीय गोवंश की स्थानीय प्रजाति है. वाराणसी क्षेत्र में पाली जाती है इसी के नाम से ब्रांडिंग की गई है।
इसका उद्देश्य गौ संरक्षण के अलावा गो आधारित ग्राम स्वरोजगार भी है और आत्मनिर्भर भारत के लिए बहुत ही उपयोगी है।
3 महीने के सफल प्रशिक्षण के उपरांत आज खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के कमलेश्वर प्रसाद मिश्रा एवम संतोष कुमार सिंह के द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किया गया । प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना, आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है।
गोबर से निर्मित अगरबत्ती के शोध के लिए BHU IIT के बायो केमिकल डिपार्टमेंट में सैंपल उपलब्ध कराया गया शुरुआती परीक्षण में यह जैविक एवं पर्यावरण अनुकूल है अदाणी फाउंडेशन के इस कार्यक्रम में यूपी के हस्तशिल्प विकास विपणन निगम लिमिटेड लखनऊ और खादी ग्रामोद्योग बोर्ड लखनऊ का सहयोग प्राप्त है कार्यक्रम में मुख्य रूप से अखिलेश कुमार सिंह ,अनुज श्रीवास्तव, राहुल सिंह एवं जनार्दन उपाध्याय मौजूद रहे।