CBI की छापेमारी के बाद, मनोज तिवारी ने मांगा मनीष सिसोदिया का इस्तीफा, मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के लिए भी की मांग!

भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर मनीष सिसोदिया से इस्तीफे की भी मांग की. उन्होंने कहा, "LG ने शराब नीति पर आपत्ति दर्ज कराई थी,जिसके बाद कैबिनेट ने इसको वापस लिया."

आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं को लेकर दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के घर CBI की छापेमारी के बीच भाजपा संसद मनोज तिवारी ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने दिल्ली की अरविन्द केजरीवाल सरकार पर जमकर हमला बोला और मनीष सिसोदिया के खिलाफ मनी-लॉन्ड्रिंग जांच की मांग की.

भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर मनीष सिसोदिया से इस्तीफे की भी मांग की. उन्होंने कहा, “LG ने शराब नीति पर आपत्ति दर्ज कराई थी,जिसके बाद कैबिनेट ने इसको वापस लिया, आप पार्टी को शराब नीति पर जावाब देना चाहिए.” मनोज तिवारी ने शुक्रवार को कहा कि CBI को मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल पर भी गौर करना चाहिए और देखना चाहिए कि क्या आप ने दिल्ली में लूट के जरिए अपने काले धन को सफेद किया है.

मनोज तिवारी यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा, “जांच एजेंसियों को यह भी पता लगाना चाहिए कि क्या आम आदमी पार्टी ने उत्तराखंड, गोवा और पंजाब के चुनावों में लूटे गए पैसे का इस्तेमाल किया?” उन्होंने कहा, “नई नीति से शराब की बिक्री 60% से बढ़कर 80% हो गई लेकिन दिल्ली सरकार का राजस्व 80% घट गया. आखिर CBI रेड से CM केजरीवाल क्यों घबरा रहे हैं?”

दरअसल, आबकारी विभाग के प्रभारी मनीष सिसोदिया पर पुरानी आबकारी नीति के तहत लाइसेंस देने में निजी वेंडरों का पक्ष लेने का आरोप है. तिवारी ने अपने बयान में आगे कहा, “शराब माफिया के पक्ष में आप ने उनका समर्थन करने के लिए कानून बनाना जारी रखा. आम आदमी पार्टी सीबीआई जांच से डरी हुई है और जांच से भाग रही है.”

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