विपक्षी एकजुटता के लिए अखिलेश लगाएंगे जोर! जानिए केसीआर-अखिलेश की मुलाकात के क्या होंगे मायने?

लोकसभा में सबसे ज्यादा सीटें उत्तर प्रदेश से आती हैं. 2024 का रण यूपी में दमदार प्रदर्शन के बिना किसी भी दल के लिए फतह कर पाना असंभव है. केन्द्रीय चुनाव के लिहाज से यूपी एक अहम राज्य है, क्योंकि देश का प्रधानमंत्री पद उत्तर प्रदेश तय करता है.

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मंगलवार रात 8 बजे तेलंगाना के लिए रवाना होंगे. अखिलेश यादव के तेलंगाना दौरे को 2024 लोकसभा चुनावों के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है. तेलंगाना में सपा सुप्रीमों मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से मुलाकात करेंगे. सूत्रों की मानें तो दोनों नेताओं के बीच 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर कई मुद्दों पर अहम चर्चा होनी है.

2024 के केंद्रीय चुनावों को लेकर विपक्षी खेमे में भाजपा की गोलबंदी का सिलसिला शुरू हो चूका है. एक तरफ जहां समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष केसीआर से मुलाकात करने तेलंगाना जा रहे हैं तो वहीं नई दिल्ली के एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में बीजेपी का महामंथन चल रहा है. दोनों घटनाक्रम 2024 के लिहाज से बेहद अहम हैं.

एक तरफ बीजेपी संगठन को 2024 के मद्देनजर मजबूत करने में जुटी हुई है तो वहीं उत्तर प्रदेश के प्रमुख विपक्षी दल के मुखिया भी विपक्षी गठजोड़ को मजबूत करने के लिए तेलंगाना दौरे पर जा रहे हैं. तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव पहले से ही विपक्ष को एकजुट करने के लिए अपनी कोशिशों को जारी रखें हुए हैं. अभी हाल ही में उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार से भी मुलाकात की थी.

लोकसभा में सबसे ज्यादा सीटें उत्तर प्रदेश से आती हैं. 2024 का रण यूपी में दमदार प्रदर्शन के बिना किसी भी दल के लिए फतह कर पाना असंभव है. केन्द्रीय चुनाव के लिहाज से यूपी एक अहम राज्य है, क्योंकि देश का प्रधानमंत्री पद उत्तर प्रदेश तय करता है. बहरहाल, अब देखना यह है कि दोनों अखिलेश और केसीआर की मुलाकात से कौन सा नया सियासी समीकरण आकार लेता है और 2024 को लेकर विपक्षी एकजुटता कितने दमदार तरीके से सामने आती है.

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