संयुक्त स्वास्थ्य संविदा कर्मचारी संघ के प्रतिनिधिमंडल ने अखिलेश से की मुलाकात, इस मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन

ज्ञापन में कहा गया है कि प्रदेश में कोविड महामारी के दौरान सभी जिलों में विभिन्न पदों पर आउटसोर्स से कर्मचारियों का चयन किया गया था. जिन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना संक्रमितों की सेवा की थी. इनका सम्मान तो किया गया पर इन कर्मियों का हर माह रिन्यूअल के नियम से शोषण हो रहा है.

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मंगलवार को संयुक्त स्वास्थ्य आउटसोर्सिंग/संविदा कर्मचारी संघ के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने आउटसोर्स से रखे गए कोविड कर्मचारियों को एन.आर.एच.एम. उत्तर प्रदेश में समायोजित कर स्थायीकरण करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा. साथ ही उन्हें जनपदों मे बन रहे मेडिकल कॉलेज से संबद्ध कराने की मांग की.

ज्ञापन में कहा गया है कि प्रदेश में कोविड महामारी के दौरान सभी जिलों में विभिन्न पदों पर आउटसोर्स से कर्मचारियों का चयन किया गया था. जिन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना संक्रमितों की सेवा की थी. इनका सम्मान तो किया गया पर इन कर्मियों का हर माह रिन्यूअल के नियम से शोषण हो रहा है. प्रदेश के 53 जनपदों में चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के अधीन कोविड-19 के अन्तर्गत आउटसोर्स (अस्थायी) मानव संसाधन का सेवा विस्तार जून 2023 में समाप्त किया जा रहा है.

अखिलेश यादव से भेंट करने वाले विभिन्न जनपदों के 100 से ज्यादा कर्मियों ने प्रदेश भर के कर्मियों के समायोजन एवं स्थायीकरण की मांग पूरी कराने में उनसे अपने प्रभाव का इस्तेमाल करने का आग्रह किया.सपा प्रमुख ने उनकी मांगों को सहानुभूति पूर्वक सुना और मांगों से सहमति जताई. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी आउटसोर्स से भर्ती के खिलाफ है. समाजवादी सरकार में सभी संविदा कर्मियों को स्थाई कर दिया जाएगा.

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