अमेठी : स्मृति ईरानी ने विकास कार्यों को गिनाया, बोलीं – 2014 में चुनाव का बहिष्कार करना चाहती थी जनता?

शनिवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी अमेठी में मौजूद रहीं। भारत समाचार से किये गए खास बीतचीत में राहुल गांधी के पूर्व संसदीय क्षेत्र से वर्तमान सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाने के साथ विपक्ष पर जमकर हल्ला बोला। उन्होंने कहा कि साल 2014 से उनका अमेठी से खास नाता रहा और मात्र 21 दिनों में उन्होंने अमेठी के 3 लाख लोगों का विश्वास हांसिल किया। उन्होंने कहा कि साल 2014 में जब वो पहली बार अमेठी पहुंची थी तो लोगों के सामने कई मुलभुत समस्याएं थी। अमेठी में किसान से लेकर नौजवान और महिलाओं को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ना था। किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलती थी और ना ही फसलों के लिए खाद का प्रबंध था।

स्मृति ईरानी ने कहा कि जब वो साल 2014 में अमेठी पहुंची थी तो वहां की महिलाओं में इतनी निराशा थी कि वो लोकतंत्र के बहिष्कार की बात कर रही थी। उनकी समस्या यह थी कि अमेठी में पेयजल और सिंचाई का कोई साधन नहीं था और पिछले 60 सालों से उनके बांध निर्माण कराने की मांग कोई सुनने वाला नहीं थी। स्मृति ने आगे बताया कि साल 2017 से पहले समाजवादी पार्टी की सरकार का उनके संसदीय क्षेत्र के विकास पर कोई विशेष महत्व नहीं दिया जबकि योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद अमेठी में पिपरी बांध का निर्माण हुआ और पानी की समस्या दूर हुई।

उन्होंने कहा कि अमेठी को 2017 के बाद पहला सॉयल टेस्टिंग लैब, पहला मेडिकल कॉलेज, किसानो के लिए खाद की पहली रेक, सैनिक स्कूल, कृषि विज्ञान केंद्र, आरटीओ ऑफिस और फायर स्टेशन जैसी मुलभुत सुविधाएं दी गयी। स्मृति ने बताया की अमेठी को पिछले 60 सालों से विकास कार्यों को धरातल पर उतारा ही नहीं गया था जिसके कारण लोगों में निराशा छा गई थी। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आगे कहा कि अमेठी की जनता विकास के साथ है और वो इसी तरह से अमेठी के विकास में जुटी रहेंगी।

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