स्वास्थ्य और PWD विभाग में बड़ा तबादला घोटाला, जांच कमेटी ने दोषियों की रिपोर्ट CM को भेजी…

प्रदेश सरकार के लोक निर्माण विभाग और स्वास्थ्य विभाग में अफसरों के तबादलों में शासन स्तर तक अधिकारियों ने जमकर धांधली की है. सबसे बुरा हाल तो स्वास्थ्य विभाग का रहा है. जहां तबादलों की खबर डिप्टी सीएम को ही नहीं थी.

उत्तर प्रदेश सरकार एक तरफ जहां अपनी तबादला नीति के जरिए यूपी की प्रशासनिक व्यवस्था को बेहतर करने की कवायद में जुटी हुई है तो वहीं कई विभागों में तबादलों को लेकर ही बड़ा घोटाला उजागर हुआ है. ताजा मामला स्वास्थ्य और लोक निर्माण विभाग में तबादला घोटाले को लेकर सामने आया है जिसमें दोनों विभागों के अफसरों के तबादलों में बड़ी गड़बड़ी पाई गई है.

जानकारी के मुताबिक, प्रदेश सरकार के लोक निर्माण विभाग और स्वास्थ्य विभाग में अफसरों के तबादलों में शासन स्तर तक अधिकारियों ने जमकर धांधली की है. सबसे बुरा हाल तो स्वास्थ्य विभाग का रहा है. जहां तबादलों की खबर डिप्टी सीएम को ही नहीं थी. हालांकि जब उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को ट्रांसफर पोस्टिंग में भारी अनियमितता की भनक लगी तो उन्होंने तत्काल कार्रवाई करते हुए स्वास्थ्य सचिव अमित मोहन प्रसाद को रिपोर्ट तलब की.

तबादलों में डीजी हेल्थ ऑफिस से लेकर शासन तक गोलमाल

स्वास्थ्य विभाग में तबादलों को लेकर डीजी हेल्थ से लेकर शासन स्तर तक भारी खेल किया गया. खबरें तो यहां तक हैं कि स्वास्थ्य विभाग में चिकत्साधिकारियों के तबादलों में पैसों का भी खुला खेल चला. पैसों के बल पर मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के तबादले मनचाहे जगह पर किये गए. यही नहीं सीएमओ की पोस्टिंग सूची भी मार्केट में घूमने की खबर है. जांच रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है कि चिकित्साधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग से संबंधित गोपनीय सूचि रेट के साथ सार्वजनिक कर दी गई थी. ये सूची शासन द्वारा आधिकारिक रूप से जारी होने से 3 दिन पहले ही मार्केट में घूम रही थी.

डीजी हेल्थ की मिलीभगत से स्वास्थ्य विभाग में हुआ घोटाला

स्वास्थ्य विभाग में हुए तबादला घोटाले के इस पूरे प्रकरण में तत्कालीन डीजी हेल्थ की भूमिका संदेहास्पद रही. इनके ही कार्यकाल के दौरान ट्रांसफर पोस्टिंग में भारी अनियमितता उजागर हुई है. सबसे अहम बात यह भी है कि ये सब कांड करने के बाद तबादला सत्र के आखिरी दिन डीजी हेल्थ सेवानिवृत्त हो गए. यह भी कहा जा रहा है कि डीजी हेल्थ ने एक सुनियोजित तरीके से इस घोटाला कांड को अंजाम दिया है, क्योंकि तबादला सत्र के आखिरी दिन इनकी सेवानिवृत्ति कई सवाल खड़े करती है.

जांच कमेटी ने स्वास्थ्य और PWD विभाग में बड़ा घोटाला किया उजागर

लोक निर्माण विभाग और स्वास्थ्य विभाग में तबादलों को लेकर सभी नियम कानूनों की धज्जियां उड़ाई गई हैं. हाल ही में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने स्वास्थ्य सचिव को पत्र लिखकर तबादलों से जुड़ी हर रिपोर्ट मांगी थी. इसके बाद मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में आया और शासन स्तर से बड़ी कार्रवाई हुई. इस कार्रवाई में स्वास्थ्य सचिव अमित मोहन प्रसाद से विभाग का चार्ज छीन गया और एसीएस गृह अवनीश अवस्थी की ये चार्ज सौंपा गया था. मुख्य सचिव की अध्यक्षता में ही मामले की जांच को लेकर एक कमेटी का गठन किया गया जिसने तबादलों में भ्रष्टाचार का बड़ा खेल उजागर किया.

दोषियों की रिपोर्ट सीएम को भेजी गई

इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग के तबादलों की जांच करने के लिए अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई थी. जांच की कड़ी में इस कमेटी ने दोनों विभागों के तबादलों में भारी गड़बड़ झाला पाया. दोनों विभागों के तबादलों की जांच रिपोर्ट तैयार हो चुकी है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी भेजी जा चुकी है.

जानकारी के मुताबिक, जांच कमेटी ने दोषियों की रिपोर्ट सीएम को भेजी है. ऐसा भी माना जा रहा है कि शासन स्तर से अब इस मामले में कठोर कार्रवाई हो सकती है और कई दोनों विभागों के कई अफसरों पर गाज गिर सकती है.

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