Lok Sabha Election 2024: बाबरी मस्जिद विवाद से लेकर भव्य राम मंदिर बनने तक का सफर फैजाबाद लोक सभा सीट ने तय किया है। जिसके कारण दशकों से लोगों की नजर इसी पर बनी रही है। फैजाबाद लोकसभा सीट पर पहली बार 1952 में चुनाव हुआ और कांग्रेस के पन्नालाल यहां से सांसद बने। 1957 में हुए चुनाव में बृजवासी यहां से सांसद बने। 1967 में हुए चुनाव में कांग्रेस से आरके सिंह यहां से सांसद बने। सिंह 1971 में भी सांसद बने। लेकिन 1977 के चुनाव में भारतीय लोक दल के अनंत राम यहां से सांसद बने। 1980 में कांग्रेस के जय राम वर्मा यहां दोबारा कांग्रेस की वापसी करने में सफल रहे। 1984 में कांग्रेस के निर्मल खत्री सांसद बने। लेकिन1889 चुनाव में सीपीआई मित्रसेन यादव ने चुनाव जीता।
राम मंदिर की लहर में 1991 के चुनाव में विनय कटियार ने बीजेपी को पहली बार जीत दिलाई। जिसके बाद 1996 में भी विनय कटियार सांसद चुने गए थे। लेकिन 1998 के चुनाव में सपा के हाथों विनय कटियार को हार का सामना करना पड़ा।1999 में विनय कटियार चुनाव जीतने में सफल रहे। 2004 में बसपा से मित्र सेन यादव यहां से चुनाव जीते। 2009 में कांग्रेस के निर्मल खत्री सांसद बने। 2014 के चुनाव में बीजेपी ने लल्लू सिंह को यहां से उतारा और सफलता मिली। इसके बाद 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में एक बार फिर भाजपा के लल्लू सिंह ने जीत दर्ज की थी।
फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र में विधानसभा की पांच सीटें आती हैं। जिसमें- दरियाबाद, बीकापुर, रुदौली, अयोध्या और मिल्कीपुर की सीटें शामिल है। दरियाबाद की सीट बाराबंकी जिले में आती है। 2022 में हुए विधानसभा चुनाव के आंकड़ों पर नजर डालें तो मिल्कीपुर विधानसभा में समाजवादी पार्टी ने जीत दर्ज की थी। वहींं रुदौली बीकापुर अयोध्या और दरियाबाद विधानसभा सीटे भाजपा के खाते में गई थी। इससे पहले हुए 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने सभी सीटों पर जीत दर्ज की थी। समाजवादी पार्टी, बसपा ,कांग्रेस को यहां मुंह की खानी पड़ी थी।
कब किसने मारी बाजी
लोकसभा चुनाव 2019 में फैजाबाद सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 18 लाख 4 हजार 729 थी। जिनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 9 लाख 64 हजार 426 और महिलाओं की संख्या 8 लाख 40 हजार 231 थी। ट्रांसजेंडर मतदाताओं की संख्या 72 थी। 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा के लल्लू सिंह ने समाजवादी पार्टी के आनंद सेन यादव को 65 हज़ार 477 वोट से मात दी थी। भाजपा के लल्लू सिंह को कुल 5 लाख 29 हजार 21 वोट मिले थे। सपा के आनंद सेन को कुल 4 लाख 63 हजार 544 वोट मिले थे। कांग्रेस के डॉ निर्मल खत्री 53 हजार 386 वोटो के साथ तीसरे नंबर पर थे।
लोकसभा चुनाव 2014 में बीजेपी के लल्लू सिंह ने चुनाव जीता था। लल्लू सिंह को कुल 491761 वोट मिले थे। सपा के मित्र सेन यादव को 2 लाख 8 हजार 986 वोट मिले थे। तीसरे नंबर पर बसपा के जितेंद्र कुमार सिंह को 141827 वोट मिले थे।
लोकसभा चुनाव 2009 में कांग्रेस नेता निर्मल खत्री चुनाव जीते थे। निर्मल खत्री को 211543 वोट मिले थे। सपा के मित्रसेन यादव को 157315 वोट मिले थे। तीसरे नंबर पर बीजेपी के लल्लू सिंह रहे, उनको 151558 वोट मिले।
लोकसभा चुनाव 2004 में मित्रसेन यादव बसपा से चुनाव लड़े और चुनाव जीते। मित्र सिंह यादव को कुल 207285 वोट मिले। दूसरे नंबर पर भाजपा के लल्लू सिंह रहे, जिन्हें 173799 वोट मिले। तीसरे नंबर पर सपा के अशोक कुमार सिंह थे जिन्हें 137148 वोट मिले।
जातिगत समीकरण
फैजाबाद लोकसभा सीट की जातिगत समीकरण पर नजर डालें तो 84 फीसदी हिंदू है। सबसे ज्यादा ओबीसी मतदाता हैं, जिनकी संख्या 26 फीसदी बताई जाती है। इसमें 13 फीसदी के करीब यादव मतदाता है। सामान्य वर्ग के मतदाताओं की संख्या 29 फीसदी से अधिक मानी जाती है। भाजपा ने एक बार फिर से लल्लू सिंह भरोसा जताते हुए मैदान में उतारा है। देखना दिलचस्प होगा चुनावी घमासान में भगवान राम किस पार्टी पर अपना आशीर्वाद बरसाएंगे।
अयोध्या नगरी फैजाबाद लोकसभा सीट के अंतर्गत आती है। फैजाबाद लोकसभा की बात की जाए तो तीसरी बार बीजेपी की ओर से हैट्रिक लगाने के लिए चुनाव मैदान में लल्लू सिंह है उन्होंने दो बार लगातार जीत हासिल की। तीसरी बार चुनाव मैदान में है। उन्हें टक्कर दे रहे हैं अवधेश प्रसाद जो कांग्रेस और समाजवादी पार्टी गठबंधन की ओर से चुनाव मैदान में है। अवधेश प्रसाद को समाजवादी पार्टी में सीनियर लीडर कहा जाता है। पूरे फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र पर यूपी ही नहीं बल्कि पूरे देश की नजर है।
मतदाताओं की संख्या
जिले में कुल मतदाता – 19085588
पुरुष वोटर -994700
महिला वोटर -913759
ट्रांसजेंडर -99
लोकसभा फैजाबाद जातिगत आंकड़े लगभग
1- ब्राह्मण 160000
2- क्षत्रिय 75000
3-वैश्य 45,000
4-यादव 260000
5-मुस्लिम 235000
6-कुर्मी/ पटेल/ निरंजन /सचान 87000
7-निषाद/ मल्लाह/ कश्यप
75,000
8-सैनी मौर्य कुशवाहा
60000
9-पाल बघेल 40,000
10-प्रजापति 25,000
11-राजभर 6000
12-विश्वकर्मा 10000
13-चौहान 19000
14-नाई 9000
15-साहू राठौर 22000
16-चौरसिया 33000
17-लोधी राजपूत 28,000
18-गुर्जर 5000
19-गिरी बारी 7000
20-स्वर्णकार 9500
21- भुर्जी 9000
22- पासी 225000
23- धोबी कनौजिया 15000
24- वाल्मीकि 6000
25- कोरी 88000
26- जाटों 17,000
27- सोनकर 11000
28- कायस्य 25,000
29 – खड़क वंशी आरख वंशी व अन्य 40,000