आम जनता के लिए जल्द उपलब्ध होगा गंगा एक्सप्रेसवे, सीएम योगी ने तय की डेडलाइन, अफसरों को दिए ये निर्देश

सीएम योगी ने बैठक के दौरान कहा कि गंगा एक्सप्रेसवे प्रत्येक दशा में दिसंबर 2024 तक आम जनता के लिए उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखें, ताकि प्रयागराज कुंभ 2025 में देश-दुनिया के श्रद्धालुगण गंगा एक्सप्रेसवे पर यात्रा का लाभ उठा सकें. गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक क्लस्टर के लिए स्थान चिन्हित कर लिया जाए.

रविवार को सीएम योगी आदित्यनाथ एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. इस बैठक में उन्होंने प्रदेश में निर्माणाधीन और नवीन एक्सप्रेसवे परियोजनाओं तथा औद्योगिक कॉरीडोर और डिफेंस कॉरीडोर के विकास की प्रगति की समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.

समीक्षा बैठक के दौरान सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में बीते साढ़े 05 वर्ष में उत्तर प्रदेश में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य हुआ है. 2017 तक मात्र 02 एक्सप्रेस-वे वाले इस प्रदेश में आज 06 एक्सप्रेस-वे हैं. राष्ट्रीय राजमार्ग भी 05 वर्ष पहले की तुलना में लगभग दोगुने हो गए हैं. बॉर्डर एरिया कनेक्टिविटी में आशातीत सुधार हुआ है. बेहतर कनेक्टिविटी विकास को रफ्तार देने का सबसे प्रमुख माध्यम है.

उन्होंने कहा कि नए भारत में नए उत्तर प्रदेश को एक्सप्रेस प्रदेश के रूप में नई पहचान मिल रही है. आज पूर्वांचल एक्सप्रेस, बुंदेलखंड एक्सप्रेस को राष्ट्र को समर्पित करने के बाद वर्तमान में गंगा एक्सप्रेसवे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है. जन आकांक्षाओं का सम्मान करते हुए बुंदेलखंड की जीवनरेखा बन चुके बुंदेलखंड एक्सप्रेस को झांसी और चित्रकूट से जोड़ा जाना आवश्यक है. चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे और झांसी लिंक एक्सप्रेसवे के लिए बजट भी प्राविधानित की जा चुकी है. यह दोनों नए एक्सप्रेसवे बुंदेलखंड की तरक्की की तेज करने वाले होंगे.

सीएम योगी ने बैठक के दौरान आगे कहा कि प्रारंभिक अध्ययन के अनुसार चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे लगभग 20 किमी का होगा, जबकि झांसी लिंक एक्सप्रेसवे 125-135 किमी के लगभग होगा. दोनों नए एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए विधिवत अध्ययन करते हुए विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर भूमि क्रय करने की प्रक्रिया यथाशीघ्र प्रारंभ कर दी जाए. कार्य की गुणवत्ता और परियोजना की समयबद्धता सुनिश्चित की जानी चाहिए.

बैठक के दौरान उन्होंने वृक्षारोपण से संबधित निर्देश देते हुए कहा कि इस वर्ष वन महोत्सव के अवसर पर सभी एक्सप्रेसवे के दोनों ओर पौधे लगाए जाएं. पौधों की उपलब्धता वन विभाग द्वारा कराई जाएगी. वहीं बैठक के दौरान उन्होंने आगे कहा कि पूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेस के दोनों ओर औद्योगिक क्लस्टर के विकास की प्रक्रिया तेज की जाए. यह सुनिश्चित किया जाए कि आईएमएलसी स्थान इंटरचेंज के अधिकतम 03 किमी के भीतर ही हो. क्लस्टर के लिए भूमि चिन्हित कर नियमानुसार तत्काल अधिग्रहीत की जाए. इसके लिए धनराशि की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी.

निर्देशों के क्रम में उन्होंने जानकारी दी कि मेरठ से प्रयागराज को जोड़ने वाली गंगा एक्सप्रेसवे के लिए आवश्यक भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है. उन्होंने आगे कहा कि यह एक्सप्रेसवे प्रत्येक दशा में दिसंबर 2024 तक आम जनता के लिए उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखें, ताकि प्रयागराज कुंभ 2025 में देश-दुनिया के श्रद्धालुगण गंगा एक्सप्रेसवे पर यात्रा का लाभ उठा सकें. गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक क्लस्टर के लिए स्थान चिन्हित कर लिया जाए.

सीएम योगी ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण की प्रगति पर संतोष जाहिर किया. उन्होंने कहा कि यह लिंक एक्सप्रेसवे गोरखपुर, संतकबीर नगर आजमगढ़ और अम्बेडकर नगर जनपद के लिए यह शानदार कनेक्टिविटी का माध्यम बनेगा. सीएम योगी ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस का निर्माण समयबद्ध ढंग से पूरा कराए जाने के निर्देश दिए.

बैठक में उन्होंने आगे कहा कि देश को रक्षा उत्पादन का हब बनाने में अग्रणी भूमिका निभाने वाली उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल में देश-दुनिया की बड़ी रक्षा उत्पाद निर्माता कंपनियां निवेश कर रही हैं. अब तक 21 हजार करोड़ से अधिक का निवेश डिफेंस कॉरीडोर में हो चुका है. लखनऊ नोड में ब्रम्होस एयरोस्पेस, एरोलॉय टेक्नोलॉजी, झांसी नोड में भारत डायनेमिक्स लिमिटेड, कानपुर नोड में अडानी डिफेंस सिस्टम, अलीगढ़ में एमिटेक इलेक्ट्रॉनिक्स और एंकर रिसर्च लिमिटेड जैसी बड़ी कंपनियां अपनी इकाई लगा रही हैं. नवीन प्रस्तावों के संबंध में तत्काल निर्णय लें. कोई भी प्रस्ताव लंबित न रखें.

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