
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को गंगा समग्र अभियान के समापन सत्र में शामिल हुए। इस दौरान उनहोंने कहा कि गंगा नदी सांस्कृतिक नदी है’गंगा नदी हम सब के लिए एक अभिभूति’ है। ‘अनादि काल से मा गंगा के प्रति आस्था है’ दुनिया में दूसरी कोई ऐसी नदी नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि 2016 से नमामि गंगे की शुरुआत हुई। जिसके बाद गंगा के बड़े भू-भाग को उपजाऊ बनाया गया। ‘पहले गंगा सफाई में ध्यान नहीं दिया जाता था’ कानपुर में मां गंगा के हालात बहुत खराब थे। लेकिन ‘नमामि गंगे परियोजना के तहत गंगा की सफाई जारी’ है।

और गंगा में गिरने वाले सीवरों को बंद किया गया। इसके साथ ही ‘सीवर-अद्योगिक कचरे को रोकने के लिए भी काम जारी’ और योजना के तहत आज सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया है। उन्होंने आगे कि ‘सरकार ने लोगों को जागरूक करने का काम किया’।