कोरोना वायरस के नए वैरियंट ने पूरी दुनिया में दहशत फैला रखी है। कई देशों में इस नए कोरोना वैरियंट के मामले की पुष्टि हुई है। इस नए वेरिएंट के मामले में दक्षिण अफ्रीका के वैज्ञानिकों का कहना है कि ओमिक्रॉन कितना घातक है और इसका लोगों पर क्या प्रभाव पड़ेगा फिलहाल यह कहना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि कोरोना के नए वैरिएंट ने अब तक ज्यादातर युवा लोगों को प्रभावित किया है।
वैज्ञानिकों के अनुसार, अभी ओमिक्रॉन वैरियंट पर किसी भी तरह की टीप्पणी करना जल्दबाजी होगा। अभी नही कहा जा सकता कि यह किस स्तर पर खतरनाक होगा। उन्होंने आगे कहा कि हम इसके बारे में और अधिक जानकारी जुटा रहे हैं। दो से तीन हफ्तों के बाद ही हम इसके बारे में अधिक जान पाएंगे।
वैज्ञानिकों ने इस वेरिएंट से खतरों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि ओमीक्रॉन वैरिएंट के लगभग 30 से अधिक अलग स्वरूप हो सकते हैं। यह सबसे बड़ी चिंता का विषय है। वैज्ञानिकों ने आगे बताया कि कोरोनवायरस के स्पाइक प्रोटीन में समय-समय पर परिवर्तन के परिणामस्वरूप इसके अलग रूप देखने को मिलेंगे। हो सकता है कि यह ज्यादातर लोगों को प्रभावित करे और इसकी संक्रमण दर भी बढ़ जाये।