नई दिल्लीः पूरी दुनिया में लगभग दो साल तक मौत का पर्याय बने रहे कोविड वायरस ने एक बार फिर से सभी को चिंता में डाल दिया है। अब कोरोना का एक नया वैरिएंट दुनिया के लिए चुनौती बन रहा है। कोरोना के इस नए वैरिएंट का नाम JN.1 है। सबसे पहले सितंबर में संयुक्त राज्य अमेरिका में JN.1 की प्रारंभिक पहचान हुई जिसके बाद 15 दिसंबर को चीन में सात मामले पाए गए। उसके बाद से कोरोना के नये वैरिएंट JN.1 ने दुनिया के कई देशों में पैर पसारना शुरु कर दिया और अब कोरोना का ये नया वैरिएंट भारत में भी दस्तक दे चुका है।
भारत में कोरोना के नये वैरिएंट ने परेशान करना शुरु कर दिया है। भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 335 नए केसों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। उत्तर प्रदेश और केरल में पिछले 24 घंटों में कोरोना से पांच लोगों की मौत हो गयी। कोरोनावायरस के नए वेरिएंट JN.1 की केरल में दस्तक के साथ ही देश के सभी राज्यों ने अपने यहां स्वास्थ्य संबंधी सुरक्षा बढ़ा दी है। हाल ही में केरल में एक 78 साल की महिला शनिवार को देश में इस वेरिएंट से संक्रमित होने वाली पहली महिला थीं। केरल में डिटेक्ट हुआ कोरोना का ये वेरिएंट अब तक का सबसे घातक वेरिएंट है। इससे तुरंत सबक लेते हुए कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार ने एडवाइजरी जारी की है। राज्य के हेल्थ मिनिस्टर दिनेश राव ने सभी वरिष्ठ नागरिकों के लिए मास्क पहनने की सलाह जारी की है।
क्या है JN.1 वैरिएंट
JN.1 वैरिएंट का कोरोना अभी तक मिले सभी वैरिएंट का एक नया वर्जन है। उप-संस्करण BA.2.86 (जिसे पिरोला भी कहा जाता है) का एक नया उप-वंश है-जो अपने आप में व्यापक रूप से प्रसारित ओमीक्रॉन वैरिएंट का एक ऑफ-शूट है। गौरतलब है कि JN.1 वैरिएंट, वही वेरिएंट है जिसके बारे में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दुनिया के सभी देशों को चेतावनी जारी की थी।
कोविड के सबसे ज्यादा मामले केरल से
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 127 मामले आए हैं जिनमें से अकेले 111 मामले केरल के हैं। केरल में सोमवार को कोविड-19 के 111 नए मामले आने के बाद कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 1,634 हो गई।
भारत सरकार ने जारी की एडवाइजरी
कोरोना के नए वैरिएंट JN.1 के बढते संक्रमण को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी की है। इसमें हर स्तर पर सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। स्वास्थ्य विभाग को सैंपलिंग पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा गया है। साथ ही इंफ्लूएंजा को लेकर आंकड़ों पर नजर रखने को कहा गया है। स्वास्थ्य विभाग ने सक्रियता बढ़ा दी है। कुछ अस्पतालों में डाक्टर मास्क लगाए देखे जा रहे हैं।