76वां स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाने के लिए देश तैयार, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में चप्पे-चप्पे पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था तैनात!

लाल किला परिसर समेत प्रधानमंत्री के संबोधन वाले आसपास के चप्पे चप्पे पर बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लगाई गई है. सुरक्षा के इस अभेद्य कवर तक और सुरक्षा के लिए चुनौती किसी भी खतरे का मुकाबला करने के लिए लाल किला परिसर में छतों और अन्य संवेदनशील स्थानों पर 400 से अधिक आसमानी सुरक्षा चुनौती को पकड़ने वाले उपकरण और फ्लायर की तैनाती की गई है.

पूरा भारत 76वें स्वतंत्रता दिवस समारोह की अगुवाई में न केवल तिरंगे के रंगों में रंग चूका है, बल्कि दिल्ली से लेकर जम्मू-कश्मीर तक स्वतंत्रता दिवस के भव्य समारोह के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है. आजादी के अमृत महोत्सव के तहत स्वाधीनता दिवस समारोह में किसी भी तरह से कोई बाधा सामने ना आए इसके लिए राज्यों में पुलिस तंत्र को सतर्क कर दिया गया है.

सोमवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करेंगे. इस लिहाज से भी लाल किले समेत दूसरे राष्ट्रीय स्मारकों की सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस द्वारा 10,000 से अधिक कर्मियों को तैनात करने के साथ सुरक्षा बढ़ा दी गई है. लाल किले के प्रवेश द्वार पर फेशियल रिकग्निशन सिस्टम (FRS) कैमरे लगाए गए हैं.

लाल किला परिसर समेत प्रधानमंत्री के संबोधन वाले आसपास के चप्पे चप्पे पर बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लगाई गई है. सुरक्षा के इस अभेद्य कवर तक और सुरक्षा के लिए चुनौती किसी भी खतरे का मुकाबला करने के लिए लाल किला परिसर में छतों और अन्य संवेदनशील स्थानों पर 400 से अधिक आसमानी सुरक्षा चुनौती को पकड़ने वाले उपकरण और फ्लायर की तैनाती की गई है.

इसके अलावा हवाई प्लेटफार्म पर भी सुरक्षा के लिए संभावित चुनौती के लिहाज से चौकसी बढ़ा दी गई है. बता दें कि लाल किले में होने वाले कार्यक्रम में लगभग 7,000 आमंत्रित लोगों के शामिल होने की उम्मीद है. इस लिहाज से स्मारक के आसपास के पांच किलोमीटर के क्षेत्र को तिरंगा फहराए जाने तक “नो फ्लाइंग जोन” घोषित किया गया है.

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