गुजरात की फर्म से लूटे गए करोड़ों रुपए, वाराणसी के 7 पुलिसकर्मी हुए सस्पेंड

भेलूपुर के शंकुलधारा पोखरे पर लावारिश कार में लूट की घटना के दो दिन पश्चात 92.94 लाख रुपए मिलने से पुलिस संदेह के घेरे में आ गई।

वाराणसी: जनपद के भेलूपुर थाना क्षेत्र के शंकुलधार पोखरे के पास से विगत दिनों लावारिश कार में रखे बोरे में मिले 92 लाख 94 हजार रुपए के मामले में डकैती का मुकदमा लिखा गया है। भेलूपुर थाने में दर्ज मुकदमे के अनुसार गुजरात के एक फार्म के 1.40 करोड़ रुपए को बैजनाथ स्थित कार्यालय से लूट लिया गया। आरोप है कि सारनाथ के रहने वाले अजीत मिश्रा नामक व्यक्ति ने अपने करीब एक दर्जन साथियों के साथ असलहे के बल पर लूट की घटना को अंजाम दिया। वही इस मामले में पुलिस के कार्य भी संदिग्ध रहा। प्रकरण में भेलूपुर के पूर्व थाना प्रभारी समेत 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।

लावारिश कार में मिला था बोरे में भरे लाखो रुपए का खेप, पुलिस की हुई किरकिरी
भेलूपुर के शंकुलधारा पोखरे पर लावारिश कार में लूट की घटना के दो दिन पश्चात 92.94 लाख रुपए मिलने से पुलिस संदेह के घेरे में आ गई। 29 मई की रात लूट होने के बाद 31 मई को लावारिश कार में पैसे मिलने का मामला तूल पकड़ लिया। पैसे लावारिश कार में किसने छोड़ा, कार किसकी है और कहां से आई है, ऐसे तमाम सवालों से पुलिस घिर गई। इन सवालों का जवाब देने में असमर्थ पुलिस की खूब किरकिरी हुई।

मामला तूल पकड़ता देख अधिकारियों ने भेलूपुर थाने के प्रभारी रमाकांत दुबे और खोजवा चौकी इंचार्ज को तत्काल लाइन हाजिर कर दिया। इस मामले में अधिकारियों ने डीसीपी काशी जोन से जांच करवाया। जांच में पुलिसकर्मियों की लापरवाही और उनकी भूमिका काफी संदेह के घेरे में रही। ऐसे में पुलिस की गिरती छवि को देखते हुए 5 जून की रात पूर्व भेलूपुर थाना प्रभारी समेत सात पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया।

लावारिश कार में मिला पैसा लूट के होने की आशंका, मुकदमा हुआ दर्ज
इस पूरे घटना क्रम में जहां एक तरफ पुलिस अभी भी लावारिश कार में पैसे के बारे में पता नही लगा पाई है, तो वही 29 मई को गुजरात के फार्म के कर्मचारी ने भेलूपुर में लूट और डकैती जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए एक नामजद और करीब एक दर्जन अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। भेलूपुर में आरोपियों पर 1.40 करोड़ रुपए लूटे जाने का मुकदमा दर्ज कर पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है। वही आशंका जताई जा रही है कि लावारिस कार में मिले पैसे गुजरात की फार्म से लूटे गए पैसे हैं।

सस्पेंड हुए पुलिसकर्मियों के खिलाफ होगा विभागीय जांच
इस पूरे प्रकरण को लेकर वाराणसी के पुलिस उपायुक्त संतोष सिंह ने बताया कि निलंबित किए गए सभी पुलिसकर्मियों पर विभागीय जांच करवाया जाएगा। क्योंकि जांच में पुलिसकर्मियों के कार्य काफी संदिग्ध पाए गए है। 29 मई को जब मामला पुलिस के संज्ञान में आया था, तो इन पुलिसकर्मियों ने किसी उच्चाधिकारी को तत्काल सूचना नही दिया। गुजरात की कंपनी से लूट के मामले में निलंबित पुलिसकर्मियों ने काफी मनमानी की। प्रकरण में आए डीसीपी के जांच रिपोर्ट के आधार पर इन पुलिसकर्मियों पर विभागीय कार्रवाई किया जाएगा।

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