रिपोर्ट : रविकांत सिंह
चंदौली जिले के राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकर्ताओं ने गुरूवार को कलेक्ट्रेट में मणिपुर की घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद डीएम निखिल टीकाराम फुंडे को राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा. कहा कि मणिपुर की घटना से मानवता शर्मशार हुई है. ऐसी सरकार को तत्काल बर्खास्त करके राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करना चाहिए. साथ ही केंद्र सरकार प्रभावित लोगों को मुआवजा देने का कार्य करें.
लोगों ने कहा कि मणिपुर में चार मई को हुई घटना से पूरे देश के लोगों मर्माहत है. इस घटना में महिलाओं के साथ अमानवीय कृत्य किया गया. केन्द्र सरकार और मणिपुर सरकार ने इतनी बड़ी मानवीय त्रासदी को मूकदर्शक रही. जिससे मणिपुर के नाजुक सामाजिक ताने बाने को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया. मणिपुर हिंसा ने दूसरे पूर्वोत्तर राज्यों में भी तनावपूर्ण स्थिति पैदा कर दी है. बड़े अफसोस की बात है कि मणिपुर में बढ़ रहे संवैधानिक संकट पर संसद के दोनों सदनों में कोई चर्चा नहीं हुई.
वहीं देश के पीएम ने सदन की कार्यवाही में शामिल होकर अपना वक्तव्य देने से बच रहे है. कहा कि मणिपुर में सरकार को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाया जाए. साथ ही सर्वोच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाकर घटना की जांच कराई जाय. इसके अलावा मणिपुर में महिलाओं, आदिवासी, दलितों तथा गरीबों के साथ हो रहे उत्पीड़न पर तत्काल रोक लगाने के लिए कारगर कदम उठाया जाय. इसके अलावा मणिपुर की हिंसा में मारे गये लोगों के परिजनों को उचित मुआवजा देने के लिए सरकार पहल करें. काशी प्रांत के अध्यक्ष समरनाथ सिंह यादव, जिलाध्यक्ष शिवकुमार पटेल आदि मौजूद रहे.