Deoria Hatyakand: 72 पर मुकदमा 20 हुए गिरफ्तार, घटना से अब तक की पूरी कहानी!

विगत 2 अक्टूबर को रुद्रपुर तहसील क्षेत्र के फतेहपुर गांव के लेहड़ा टोल पर विवाद हो गया, इसमें 6 लोगों की हत्या हो गई ऐसा बताया जाता है कि पहले प्रेमचंद यादव मृतक सत्य प्रकाश दुबे के घर पहुंचे जहां उनकी हत्या हो गई, उसके बाद गुस्सा आए लोगों ने सत्य प्रकाश दुबे के परिवार से पांच लोगों की पीट पीट और गोली मारकर हत्या कर दी।

विगत 2 अक्टूबर को रुद्रपुर तहसील क्षेत्र के फतेहपुर गांव के लेहड़ा टोल पर विवाद हो गया, इसमें 6 लोगों की हत्या हो गई ऐसा बताया जाता है कि पहले प्रेमचंद यादव मृतक सत्य प्रकाश दुबे के घर पहुंचे जहां उनकी हत्या हो गई, उसके बाद गुस्सा आए लोगों ने सत्य प्रकाश दुबे के परिवार से पांच लोगों की पीट पीट और गोली मारकर हत्या कर दी।मृतक प्रेमचंद के ड्राइवर नवनाथ मिश्रा उर्फ पट्टू ने सत्य प्रकाश दूबे, सलोनी और गांधी को मारी थी गोली

ऐसा बताया जाता है कि फतेहपुर गांव के लेहड़ा टोला में हुए नरसंहार कांड में उग्र भीड़ ने पहले दुबे एवं उनके परिजनों पर ईंट पत्थरों व डण्डों से मारा था। उसके बाद धारदार हथियार से हमला किया था। उसके बाद भी जब सत्य प्रकाश उनकी बेटी सलोनी और बेटा गांधी जिंदा बच गए तो प्रेमचंद यादव के ड्राइवर नवनाथ मिश्र उर्फ पट्टू ने तीनों को राइफल से गोली मार दी थी। पुलिस के सामने इस बात का कबूलनामा स्वयं नवनाथ मिश्र उर्फ पट्टू ने किया है। पट्टू भी इस हत्याकांड का नामजद अभियुक्त है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

वही पुलिस की पूछताछ में पट्टू ने बताया कि सत्य प्रकाश दुबे के दरवाजे पर प्रेमचंद यादव की हत्या के बाद किसी ने इस बात की सूचना फोन से प्रेमचंद के परिजनों को दी। प्रेम की हत्या की खबर फैलते ही लोग दुबे के दरवाजे की तरफ दौड़ पड़े। थोड़ी देर में सैकड़ों की भीड़ सत्य प्रकाश दुबे के दरवाजे पर इकट्ठी हो गई। सत्य प्रकाश का शव देख लोग उत्तेजित हो गए। जिसके हाथ जो भी लगा उसी से दुबे परिवार पर हमला बोल दिया। उग्र भीड़ ने पहले ईंट ,पत्थर और डंडे से दुबे के परिजनों को मारा। फिर धारदार हथियार से हमला किया। इस हमले में सत्य प्रकाश की पत्नी और छोटी बेटी की मौत हो गई।

गिरफ्तार पट्टू के मुताबिक सत्य प्रकाश दुबे उनकी बेटी सलोनी और बेटा गांधी की सांसें चल रही थी। इनको जिंदा देख पट्टू ने प्रेमचंद यादव की रायफल से तीनों को गोली मार दी। गोली लगने के बाद इन तीनों की भी मौत हो गई। राइफल की गोली सत्य प्रकाश के सीने पर सलोनी के घुटने पर और गांधी के कमर पर लगी थी। सत्य प्रकाश के दरवाजे पर काफी देर तक भीड़ का तांडव चलता रहा। उसके बाद जब पुलिस पहुंची तो भीड़ धीरे-धीरे हटने लगी। जिस राइफल से गोली मारी गई थी वह रायफल प्रेमचंद यादव के नाम है। सत्य प्रकाश के दरवाजे पर राइफल प्रेमचंद यादव के रिश्तेदार गोलू व संदीप ले गए थे। जहां संदीप से राइफल लेकर उसने पट्टू ने गोली चलाई थी।

इस घटना में दोनों पक्षों से 27 नामजद और 50 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ है। इनमें से 16 नामजद और चार अज्ञात अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, वही मुख्य अभियुक्त नवनाथ मिश्र उर्फ पट्टू को भी पुलिस के गिरफ्तार कर जेल भेज दिया पट्टू भी घटना में नामजद अभियुक्त है। वह प्रेमचंद की गाड़ी चलाता था और उनका गनर भी था।पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने बताया की घटना के हर बिंदुओं की बड़ी बारीकी से जांच की जा रही है। पुलिस की टीमें फरार अभियुक्त को गिरफ्तार करने में जुटीं हैं।

Related Articles

Back to top button