वाराणसी में पीएम मोदी के आगमन के दिन ई-रिक्शा चालक करेंगे अनशन, नगर निगम की खोलेंगे पोल 

ऐलान से पहले जिला प्रशासन और नगर निगम के अधिकारियों को यूनियन के पदाधिकारियों ने अपनी मांग को सौंपा और आमरण अनशन के बारे में अवगत करवाया।

उत्तर प्रदेश में 7वें चरण में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए 7 मई से नामांकन प्रक्रिया शुरू होने वाली है। वाराणसी लोकसभा सीट से नामांकन के लिए पीएम मोदी 13 मई को वाराणसी पहुंचेंगे। पीएम मोदी के वाराणसी दौरे के दिन ही वाराणसी के हजारों ई रिक्शा (टोटो) चालक आमरण अनशन पर बैठने का ऐलान कर दिया है। एक तरह जहां पीएम मोदी वाराणसी में 13 मई को रोड शो करेंगे, तो वही दूसरी ओर नगर निगम और यातायात विभाग के खिलाफ हजारों ई रिक्शा चालक आमरण अनशन पर बैठेंगे। अखिल भारतीय ई रिक्शा  यूनियन ने 13 मई को जिला मुख्यालय के पास शास्त्री घाट पर आमरण अनशन का ऐलान किया है। अपने इस ऐलान से पहले जिला प्रशासन और नगर निगम के अधिकारियों को यूनियन के पदाधिकारियों ने अपनी मांग को सौंपा और आमरण अनशन के बारे में अवगत करवाया।

स्मार्ट सिटी में ई रिक्शा के लिए स्टैंड का टोटा

वाराणसी में अखिल भारतीय ई रिक्शा यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण काशी ने बताया कि वाराणसी शहर को स्मार्ट सिटी का दर्जा दिया गया है और स्मार्ट सिटी के तर्ज पर यहां का विकास किए जाने का दवा है। स्मार्ट सिटी वाराणसी में वर्ष 2016 में पीएम नरेंद्र मोदी ने ई रिक्शा का शुभारंभ किया था और नगर निगम के द्वारा शहर में करीब 42 प्वाइंट पर ई रिक्शा स्टैंड बनवाया जाना था। 8 साल बीतने के बाद भी शहर में ई रिक्शा की संख्या में तो तेजी से इजाफा हुआ, लेकिन नगर निगम ने शहर में मात्र आधा दर्जन ही ई रिक्शा स्टैंड बनवाया। ऐसे में अब ई रिक्शा चालकों को अपना वाहन सड़क पर ही खड़ा कर यात्रियों का इंतजार करना पड़ता है। जिससे शहर में जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। ऐसे में यातायात विभाग द्वारा ई रिक्शा चालकों को या तो डंडे मारकर खदेड़ा जाता है, या फिर उनका चालान कर उन्हे प्रताड़ित किया जाता है। जबकि स्टैंड बनवाने की जिम्मेदारी वाराणसी नगर निगम की है। प्रवीण काशी ने ऐलान किया कि 13 मई को हजारों ई रिक्शा चालक एक साथ आमरण अनशन कर पीएम नरेंद्र मोदी से शहर में ई रिक्शा स्टैंड और चार्जिंग प्वाइंट बनाने की गुहार लगाएंगे।

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