उत्तर प्रदेश पुलिस में दरोगा के 9,534 पदों पर भर्ती प्रक्रिया को लेकर UPSI के अभ्यर्थीयों में सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. पिछले 20 दिनों से लखनऊ के ईको गार्डन में धरना प्रदर्शन कर रहे UPSI अभ्यर्थियों में व्यापक असंतोष व्याप्त है. वो लगातार परीक्षा की पारदर्शित को लेकर सवाल उठा रहे हैं.
अभ्यर्थियों का आरोप है कि नवंबर 2021 में उत्तर प्रदेश पुलिस प्रोन्नति और भर्ती बोर्ड द्वारा आयोजित कराई गई परीक्षा में भारी धांधली हुई है. इस परीक्षा में धांधली को लेकर शासन तक अपनी बात पहुंचाने के लिए अभ्यर्थियों ने ट्विटर पर अभियान भी छेड़ रखा है. अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि कई जगहों पर सॉल्वर्स ने परीक्षा तंत्र को हैक करके प्रश्नपत्र हल किए.
UPSI अभ्यर्थियों ने यह भी आरोप लगाया है कि लिखित परीक्षा में तो धांधली हुई ही है, साथ ही परिणामों की घोषणा में भी भारी अनियमितता की गई है. अभ्यर्थियों का आरोप है कि UPSI परीक्षा परिणामों में जिन अभ्यर्थियों ने कट ऑफ अंक पार किये हैं उनके फिजिकल परीक्षा का एडमिट कार्ड ही जारी नहीं किया गया है जबकि उन अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड जारी हुए हैं जो कथित रूप से इस परीक्षा के योग्य ही नहीं है.
बहरहाल, 20 दिनों से लगातार प्रदर्शन कर रहे इन अभ्यर्थियों की कोई सुनने वाला नहीं है. इसमें कोई संदेह नहीं है कि परीक्षा ने धांधली नहीं हो सकती. क्योंकि पुलिस ने ऐसे कई मामलों का पर्दाफास किया था जिसमें ब्लूटूथ और दूसरे टेक्निकल टूल्स (Technical Tools) के जरिए परीक्षा का प्रश्नपत्र हल किया जा रहा था.