गाजियाबाद: अवैध तमंचा फैक्ट्री पर पुलिस का शिकंजा, अपराधियों के खिलाफ लुकआउट नोटिस हुआ जारी…

गाजियाबाद पुलिस के गिरफ्त से करीब डेढ़ साल से फरार चल रहे। अवैध तमंचा फैक्ट्री का मालिक तस्कर जहीरुद्दीन को पुलिस ने देश छोड़ने से पहले दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया है। जहीरूद्दीन के खिलाफ गाजियाबाद के मुरानगर थाने में वर्ष 2021 में 2 केस दर्ज हुए थे।

जिसमें उसके घर के भीतर तहखाने में एक तमंचा फैक्ट्री पकड़ी गई थी जिसमें सैकड़ों की संख्या में बने और अधबने तमंचे रिकवर किए गए थे। इससे पहले मेरठ में भी उसकी लिसाड़ी गेट और नौचंदी थाने से गिरफ्तार किया जा चुका है । एसपी क्राइम दीक्षा शर्मा ने बताया कि उन्हें और उनकी टीम को यह जानकारी मिली थी की जहीरुद्दीन देश छोड़कर भागने की तैयारी में है।

इसकी जानकारी मिलते ही उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से संपर्क साधा गया जिसके बाद जहीरूद्दीन को फ्लाइट में चढ़ने से पहले ही इमीग्रेशन चेक पर रोक लिया गया। इमीग्रेशन ने उसका पासपोर्ट भी जब्त कर लिया था। गाजियाबाद पुलिस के लिए गनीमत यह थी कि इस जहरीली अपने ओरिजिनल पासपोर्ट और नाम पर ही ट्रेवल कर रहा था बदरुद्दीन के पांच और साथी पुलिस के रडार पर है जो कि उसके रो मटेरियल के सप्लायर हैं।

दरअसल जहीरूद्दीन ने हथियारों की तस्करी का काम बिहार के मुंगेर जनपद से शुरू की थी वह देश के अलग-अलग राज्यों बिहार उड़ीसा छत्तीसगढ़ झारखंड में कपड़े की फेरी लगाकर बेचने का काम करता था। इसी दौरान बिहार में उसे मुंगेर का रहने वाला सादुल्ला मिला, सादुल्ला ही वह शख्स था जो हथियारों बनाने के लिए रॉ मटेरियल की सप्लाई भी करता था और उसी ने पिस्टल बनाना सिखाया था।

इसके बाद उसने पिस्टल के कारोबार में मुनाफे के मड्डनजर 15 से ₹20000 की बचत के मद्देनजर यह काम शुरू कर दिया था जानकारी के मुताबिक जब पुलिस ने जरूर इनकी पत्नी और दामाद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया उसके बाद से वह अपने पास कोई फोन भी नहीं रखता था कि पुलिस उस तक पहुंचा सके.। वह यूएई भागने की फिराक में था।

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