Ghaziabad : पत्नी-सास के हत्यारोपी ने रेल से कटकर दी जान, सुसाइड नोट में साली को ठहराया जिम्मेदार…

उत्तराखण्ड के काशीपुर में जसपुर कस्बे के मोहल्ला नत्थासिंह में बीते रविवार को 40 वर्षीय निशु देवी और उसकी सास 65 वर्षीय जयंती देवी की हत्या कर दी गई थी। दोनों हत्या का आरोप निशु के पति सोनू पर है। वारदात के बाद से ही वह फरार हो गया था।

रिपोर्ट – लोकेश राय

उत्तराखंड के काशीपुर में पत्नी और सास का मर्डर कर फरार हुए निखिल उर्फ सोनू का शव मंगलवार सुबह पांच बजे यूपी के गाजियाबाद में रेलवे ट्रैक पर मिला। पुलिस का कहना है कि हत्यारोपी ने ट्रेन से कटकर आत्महत्या की है। इस मामले में अब दोनों राज्यों की पुलिस विस्तृत जांच-पड़ताल कर रही है।

रविवार को दिया था डबल मर्डर की घटना को अंजाम

उत्तराखण्ड के काशीपुर में जसपुर कस्बे के मोहल्ला नत्थासिंह में बीते रविवार को 40 वर्षीय निशु देवी और उसकी सास 65 वर्षीय जयंती देवी की हत्या कर दी गई थी। दोनों हत्या का आरोप निशु के पति सोनू पर है। वारदात के बाद से ही वह फरार हो गया था। बताया जा रहा है कि सोनू बुरी आदतों में फंसा हुआ था। वह ससुरालवालों से दहेज की मांग भी करता था, जिसे लेकर उसका पत्नी निशु के मायके वालों से विवाद भी चल रहा था।

जेब मे मिली डायरी और आधार कार्ड से हुई पहचान

उत्तराखंड पुलिस बीते दो दिन से सोनू को तलाश रही थी। मंगलवार सुबह तकरीबन 7 बजे सोनू की लाश गाजियाबाद के कविनगर थाना क्षेत्र में नया गाज़ियाबाद रेलवे स्टेशन के पास रेलवे लाइन पर पड़ी मिली। आरपीएफ को उसके पास से आधार कार्ड और कुछ अन्य दस्तावेज मिले हैं, जिससे उसकी शिनाख्त की गई। कविनगर थाने के इंस्पेक्टर आनंद प्रकाश मिश्र ने बताया कि प्रथम दृष्या यह सुसाइड केस है। पॉकेट डायरी में लिखे गए सुसाइड नोट में इसकी पुष्टि हुई है, जिसमे उसने अपनी पत्नी से प्रेम करने और खुद को उसके पास जाने की बात लिखी हैं। उत्तराखंड पुलिस को घटना की बाबत सूचित कर दिया गया है। वहां की एक पुलिस टीम गाजियाबाद पहुंच रही है।

सोनू ने सुसाइड नोट में लिखी अपनी मौत की दास्तां

सोनू की डायरी में मिले सुसाइड नोट में लिखा है -‘ ‘मेरा नाम सोनू कुमार है। पिता स्वर्गीय कैलाश नाथ। मैं जसपुर ऊधमसिंह नगर, उत्तरांचल का रहने वाला हूं। मेरे पर्स में मेरा फोटो भी हैं। मेरी मृत्यु के बाद जिस किसी भाई को यह डायरी मिले, वह कृपा करके इस डायरी में लिखे नंबरों पर कॉल करके मेरे रिश्तेदारों को सूचित जरूर कर देना। मैं माफी के काबिल नहीं हूं। नीशु तू मेरी पत्नी थी। मैं तुझसे बहुत प्यार करता था। मगर तूने अपनी बहन पिंकी के चढ़ाये में आकर मुझे यह सब करने पर मजबूर कर दिया।

मुझे पता है कि तुझे और तेरी मां को बार-बार पिंकी ही चढ़ाती थी इसलिए माफी मांगने के बाद भी बार-बार तेरी मां और मुझमें बहस होती थी और कहासुनी होती थी। पिंकी तेरी मां को बार-बार ना उकसावे तो हमारे बीच में बार-बार लड़ाई ना होवे और ये सब भी नहीं होता। मैं सोनू कुमार पुत्र स्वर्गीय कैलााशनाथ, वैद्य जी की पुत्री नीशु मेरी मौत की जिम्मेदार है क्योंकि मैं मजबूर हो गया था।”

मृतक सोनू ने सुसाइड नोट में आगे टिप्पणी करते हुए लिखा – ‘तू मेरी पत्नी थी और मैं तुझे जान से ज्यादा प्यार करता था और मैंने तुझे जान से मार दिया। मैं माफी के काबिल तो नहीं हूं। मगर मैं तेरे पास आ रहा हूं। हो सके तो मुझे माफ कर देना। तुम्हारा पति सोनू कुमार।’

‘कोतवाल साहब पिंकी को सजा मिलनी चाहिए’

‘मैं नीशु तुम्हारे पास आ रहा हूं अपनी जान देकर। मगर इस सबके पीछे मेरी साली पिंकी का षड़यंत्र है। उसे सजा मिलनी चाहिए। कोतवाल साहब से हाथ जोड़कर विनती है कि मेरी साली पिंकी देवी को सजा जरूर मिलनी चाहिए। इस सारे कांड की जिम्मेदार पिंकी ही है। आगे आपकी मर्जी। मेरी और मेरे परिवार की मौत की जिम्मेदार मेरी साली पिंकी है। उसको सजा जरूर मिलनी चाहिए। उसने ही आग लगाई, जिसके कारण ये सब हुआ।’

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