Maharajganj: चकबंदी लेखपाल को टांगकर ले गई विजिलेंस की टीम, चकबंदी विभाग में हड़कंप…

लेखपाल अमरनाथ को विजलेंस टीम ने मोहनापुर रेलवे क्रासिंग के पास 20 हजार रुपये घूस लेते समय रंगे हाथ दबोच लिया। मौके पर टीम को देख आरोपी लेखपाल घबड़ाकर भागने की कोशिश करने लगा लेकिन इस ट्रैप टीम ने चारो ओर से घेरकर उसे पकड़ लिया।

Maharajganj: सरकार,नौकरी और घुस का पुराना संबंध है। इसे तो लोग अपना अधिकार समझते हैं। इसके कई मामले सामने आए हैं। आपने भी कई बार अनुभव किया होगा। अब ताजा मामला उत्तर प्रदेश के महाराज गंज से आ रहा है, जहां लेखपाल 20 हजार का घुस लेते रंगे हांथों पकड़ा गया। विजिलेंस की टीम ने घुस लेते हुए लेखपाल को रंगेहाथ दबोच लिया। लेखपाल ने काश्तकार का काम करने के लिए 20 हजार की रकम मांगे थे। पीड़ित ने इस बात की शिकायत कर दी। मौके पर पहुंची विजिलेंस विभाग की टीम को देख घुसखोर लेखपाल भागने का प्रयास किया। लेकिन सफल नहीं हुआ। टीम ने दौड़ाकर पकड़ लिया। पुंरदरपुर थाने पर लाकर आरोपी के विरुद्ध अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।

बता दें कि यह पूरा मामला महराजगंज के फरेंदा तहसील क्षेत्र अंतर्गत मोहनापुर रेलवे क्रॉसिंग की है। महाराजगंज के चकबंदी क्षेत्र चौतरवा के लेखपाल अमरनाथ को विजलेंस टीम ने मोहनापुर रेलवे क्रासिंग के पास 20 हजार रुपये घूस लेते समय रंगे हाथ दबोच लिया। मौके पर टीम को देख आरोपी लेखपाल घबड़ाकर भागने की कोशिश करने लगा लेकिन इस ट्रैप टीम ने चारो ओर से घेरकर उसे पकड़ लिया। गिरफ्तारी के बाद टीम उसे लेकर गोरखपुर के लिए रवाना हो गई। टीम के प्रभारी की तहरीर पर पुलिस कार्रवाई कर रही है। लेखपाल देवरिया जिले का रहने वाला है।

यह है पूरा मामला

शिकायतकर्ता रामजी यादव निवासी मल्हनी फुलवरिया ने 13 अगस्त को प्रार्थनापत्र पुलिस अधीक्षक, उप्र सतर्कता अधिष्ठान गोरखपुर को दिया था। उनकी भूमि ग्राम गुजरवलिया शंकर मिश्र थाना कोल्हुई में स्थित है, जिसकी चकबंदी प्रक्रिया चार वर्षों से चल रही है। उसका पुराना गाटा संख्या-325 व रकबा 406 हेक्टेयर था, जिसका नया गाटा संख्या-260 आवंटित हुआ, जिसे पूरब रकबे से 12 एयर की कटौती के बाद रकबा 394 आवंटित हुआ, जिसे सुधार कराने के लिए सहायक चकबंदी अधिकारी कार्यालय ग्राम चौतरवा जनपद महराजगंज में जाकर संबंधित लेखपाल अमरनाथ प्रसाद से मिला, तो रकबा पूरा कर चिह्नित करने के लिए 20 हजार रुपये रिश्वत की मांग की जा रही थी।

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