
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने सोमवार को मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली. जवानी के दिनों में कुश्ती का शौक रखने वाले नेता जी पहले शिक्षक बने और बाद सियासत के मैदान के वो शूरमा जिसका आज तक भारत की राजनीती में कोई तोड़ नहीं है. दिवंगत मुलायम सिंह यादव सबके नेता थे. उनकी जन-लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए सैफई में लोगों का भारी जनसैलाब उमड़ा.
साल 2019 में लोकसभा चुनावों के दौरान जब मुलायम ने मैनपुरी से संसद का चुनावी पर्चा भरा तो उन्होंने अपनी कुल संपत्ति की जानकारी दी. 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान दायर की गई एफिडेविट में मुलायम का नेटवर्थ 16 करोड़ 52 लाख रूपए थी. इसके अलावा अपनी अचल संपत्ति की जानकारी में उन्होंने तब अपनी दिवंगत पत्नी साधना यादव (Sadhana Yadav) की सालाना कमाई 32.02 लाख रुपये होने की बात कही थी.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो करोड़ों की संपत्ति मौजूद होने के बाद भी नेता जी पर 2,13,80,000 रुपये का कर्ज था. सबसे खास बात ये थी ये कर्ज उन्होंने खुद अपने बेटे और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से लिया था. हालांकि, उन्होंने यह कर्ज क्यों लिया था इस बात का हलफनामे में कोई जिक्र नहीं था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुलायम सिंह के पास एक Camry Toyota Car Reg कार थी.