कैसे बनती हैं राष्ट्रीय पार्टियां, क्यों छिन गया NCP, TMC और CPI से राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा ?

निर्वाचन आयोग ने सोमवार को तीन राष्ट्रीय पार्टियों और दो क्षेत्रीय पार्टियों से दर्जा वापस ले लिया है। वहीं एक पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिया है।

निर्वाचन आयोग ने सोमवार को तीन राष्ट्रीय पार्टियों और दो क्षेत्रीय पार्टियों से दर्जा वापस ले लिया है। वहीं एक पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिया है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने बड़ी उपलब्धि हासिल की तो राष्ट्रवादी कांग्रेस (NCP), तृणमूल कांग्रेस (TMC) और भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी (CPI) को बड़ा झटका लगा है।

निर्वाचन आयोग ने आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दे दिया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस (NCP), तृणमूल कांग्रेस (TMC) और भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी (CPI) का राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा वापस ले लिया है। क्षेत्रीय दलों में भारत राष्ट्र समिति (BRS) से आंध्र प्रदेश में और राष्ट्रीय लोक दल (RLD) से UP में क्षेत्रीय दल का दर्जा वापस लिया है। यूपी में RLD अब पंजीकृत गैर मान्यता प्राप्त पार्टी रहेगी। देश में अब बीजेपी, कांग्रेस, सीपीएम, बीएसपी, आम आदमी पार्टी और एनपीपी ही राष्ट्रीय दर्जे वाले दल हैं।

चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा देने के साथ ही शरद पवार की पार्टी एनसीपी (NCP) सीपीआई (एम) (CPI-M) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा छीन लिया है। राष्ट्रीय दर्जा दिए जाने के लिए, एक राजनीतिक दल को लोकसभा या राज्य विधानसभा चुनाव में कम से कम चार राज्यों में डाले गए कुल वैध मतों का कम से कम 6% वोट हासिल करना चाहिए। इसके अलावा उसे किसी भी राज्य या राज्यों से कम से कम चार लोकसभा सीटें जीतनी चाहिए।

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