
बढ़ती उम्र के साथ जॉइंट्स में कई तरह की समस्याएं सामने आती हैं। इसी क्रम में घुटनों का दर्द बढ़ती उम्र के साथ अधिकांश उम्रदराज लोगों में एक बहुत आम समस्या होती है। हालिया दिनों में घुटनों के दर्द से पीड़ित लोगों की संख्या काफी बढ़ी है। इसका एक कारण दो सालों से चल रही महामारी भी है। क्योंकि कोरोना पांडेमिक के दौरान कम गतिशीलता, अलग-अलग नौकरी की आदतों और बदली हुई जीवन शैली ने लोगों की हड्डियों और जोड़ों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर डाला है।
घुटनों के दर्द से लोग बेहद परेशान हो सकते हैं। महामारी के पिछले दो सालों में दिन में लगभग 10 घंटे घर से काम करना, हर समय बैठे रहना, किसी भी तरह के खाने में कोई परहेज ना करना, व्यायाम ना करना, सैर के लिए ना जाना और बाह्य वातावरण से दुरी बनाने के साथ धूम्रपान और शराब का सेवन, जैसे कई कारक रहे हैं जो जोड़ों और घुटनों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डालते दिखे।
कभी कभी घुटनों का दर्द आर्थराइटिस या गठिया भी हो सकता है। आमतौर पर जब, जोड़ों में गतिशीलता कम होती है तो वह जलन जैसी हलचल महसूस होती है। इसके अलावा नसों में ब्लड सर्कुलेशन कम हो जाना भी गठिया का एक बहुत बड़ा कारण है। अगर किसी व्यक्ति को गठिया की शिकायत लगे तो वह एक्स रे के जरिये इस बात की पुष्टि कर सकता है क्योंकि ऐसी समस्या को लेकर सुनिश्चित होने के एक्स रे पहला चरण होता है।
अगर घरेलु उपचारों की बात करें तो घुटनों के दर्द से योगाभ्यास निजात दिला सकते हैं। इसके अलावा आपको यह सलाह है कि जब भी घुटनों में दर्द बढे तो दर्द वाले स्थान पर दिन में कई बार 10-20 मिनट के लिए, बर्फ लगाए। बर्फ सूजन को कम करने में मदद कर सकती है, जबकि गर्मी रक्त प्रवाह में सुधार कर सकती है और मांसपेशियों को आराम दे सकती है।
इसके अलावा प्रतिदिन योगाभ्यास से आपको घुटनों के दर्द से निजात मिल सकता है। खानपान पर भी इस दौरान विशेष ध्यान देना होता है। शराब का सेवन और धूम्रपान तो बिलकुल ना करें। खाने में लहसुन प्रचुर मात्रा में ले। इसके अलावा गर्म फल और सब्जियों का सेवन घुटनों के दर्द से निजात दिलाने में कारगर साबित होगा।