
महत्वपूर्ण अविश्वास प्रस्ताव से पहले, पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान को अपने प्रमुख सहयोगी मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) के विपक्ष में शामिल होने के बाद एक बड़ा झटका लगा। मंगलवार देर रात एमक्यूएम-पी और पीपुल्स पार्टी (पीपीपी)के प्रतिनिधिमंडल के बीच सहमति बनने के बाद एमक्यूएम-पी इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए इंसाफ से अपना समर्थन वापस लेगी।
ऐसे हालात में पाकिस्तान की इमरान खान सरकार बहुमत खो देगी वहीं एमक्यूएम सीनेटर फैसल सब्ज़वारी ने ट्विटर पर खबर की पुष्टि की है और लिखा, पीपुल्स पार्टी और एमक्यूएम-पी के बीच एक समझौते को अंतिम रूप दिया है और पीपीपी सीईसी और एमक्यूएम-पी समन्वय समिति द्वारा प्रस्तावित समझौते के अनुसमर्थन के बाद एक आधिकारिक घोषणा की जाएगी।

वहीं पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने ट्वीट किया: पीपुल्स पार्टी और एमक्यूएम एक समझौते पर पहुंच गए हैं। राबटा समिति एमक्यूएम और पीपीपी सीईसी उक्त समझौते की पुष्टि करेगी। फिर हम प्रेस में मीडिया के साथ विवरण साझा करेंगे।