सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़े पैमाने पर बड़ी कार्रवाई हुई है. जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के कई बड़े शहरों जैसे कानपुर, लखनऊ और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत कुल 22 जगहों पर आयकर विभाग ने ताबड़तोड़ छापेमारी की है.
भ्रष्टाचार के खिलाफ इस अभियान में आयकर विभाग की रडार पर कई सफेदपोश और भ्रष्ट ब्यूरोक्रेट्स हैं. आयकर विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, राज्य की प्रीमियर कंसल्टेंसी संस्थान UPICON से जुड़े ठेकेदारों पर आईटी का छापा पड़ा है.भ्रष्टाचार के खिलाफ इस अभियान में आयकर विभाग की रडार पर कई सफेदपोश और भ्रष्ट ब्यूरोक्रेट्स हैं.
आयकर विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, राज्य की प्रीमियर कंसल्टेंसी संस्थान UPICON से जुड़े ठेकेदारों पर आईटी का छापा पड़ा है. इनकम टैक्स की रडार पर उत्तर प्रदेश के अलग अलग विभागों में कार्यरत तकरीबन डेढ़ दर्जन से भी ज्यादा अधिकारी और कर्मचारी हैं.
उत्तर प्रदेश के उद्योग विभाग समेत उद्यमिता विकास संस्थान(IDUP), यूपी इंडस्ट्रियल कंसल्टेंट्स लिमिटेड (UPICO) और निजी क्षेत्र के तमाम फर्म और कंसलटेंसी एजेंसियों पर आयकर विभाग की नजर है.यूपी की राजधानी लखनऊ में भी आईटी की टीम एक्शन में है.
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, राजधानी लखनऊ के गोमती नगर, सरोजिनी नगर और फरीदी नगर में स्थित मंगलानी ग्रुप के ठिकानों पर आईटी ने जबरदस्त रेड की है. कंसलटेंसी संस्था यूपिकॉन समेत मंगलानी समूह और यूपी के उद्योग विभाग के तमाम भ्रष्ट अफसरों और उनके करीबी ठेकेदारों के ठिकानों पर आईटी ने ताबड़तोड़ छापेमारी की कार्रवाई की है.
आयकर विभाग के छापों की इसी कड़ी में कानपुर में उद्योग उपायुक्त राजेश सिंह यादव और उनके करीबी राजू चौहान व देशराज के ठिकानों पर आईटी की टीम ने छापा मारा है.इससे पहले बुधवार को भी आयकर विभाग ने राजधानी लखनऊ में कई जगहों पर भारी छापेमारी की थी. इनपुट्स के आधार पर गुरुवार को कानपुर में राजू चौहान और देशराज के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान आईटी के हाथ प्रॉपर्टी डील से संबंधित कई अहम दस्तावेज मिलें हैं जिससे कई महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आने के आसार हैं.