
15 दिसंबर, 2021 को शुरू किए गए सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम ने वैश्विक सेमीकंडक्टर उद्योग में भारत की स्थिति को मजबूत करने में अहम प्रगति की है। इस कार्यक्रम के तहत सरकार ने पाँच सेमीकंडक्टर परियोजनाओं को मंजूरी दी है और 16 सेमीकंडक्टर डिज़ाइन कंपनियों को समर्थन प्रदान किया है। इन पहलों से 1.52 लाख करोड़ रुपये का कुल निवेश आकर्षित होने की उम्मीद है।
परियोजनाओं के माध्यम से लगभग 25,000 उन्नत तकनीकी प्रत्यक्ष नौकरियाँ और 60,000 से अधिक अप्रत्यक्ष नौकरियाँ सृजित होने का अनुमान है, जो भारत के तकनीकी कार्यबल को मजबूत करने में एक बड़ी उपलब्धि है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सेमीकंडक्टर पैकेजिंग और डिज़ाइनिंग में सक्रिय कंपनियों को आकर्षक प्रोत्साहन देना है, जिससे भारत को सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले निर्माण के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित किया जा सके।
यह सफलता केवल सेमीकंडक्टर क्षेत्र तक सीमित नहीं है, बल्कि इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्षेत्र में भी उल्लेखनीय परिणाम देखे गए हैं। उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (PLI) योजना के तहत, भारत ने 6.14 लाख करोड़ रुपये का उत्पादन और 3.12 लाख करोड़ रुपये का निर्यात दर्ज किया है। इससे 1.28 लाख से अधिक प्रत्यक्ष नौकरियाँ सृजित हुई हैं, जिससे भारत की स्थिति एक वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण केंद्र के रूप में और भी मजबूत हो गई है।
मंत्रालय ने यह भी रेखांकित किया कि कन्वर्जेंस, कम्युनिकेशन और ब्रॉडबैंड टेक्नोलॉजीज (CC&BT) भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के विजन को साकार करने में अहम भूमिका निभाएंगी।