अडानी समूह के मुंद्रा बंदरगाह पर 9 नए कच्चे तेल के टैंक का निर्माण करेगी IOCL, APSEZ की कच्चा तेल भंडारण क्षमता में होगी वृद्धि

मंगलवार को APSEZ द्वारा इस संबंध में एक प्रेस रिलीज जारी की गई, जिसके मुताबिक "IOCL द्वारा मुंद्रा बंदरगाह पर कच्चे तेल का भंडारण करने वाले 9 नए टैंक बनाए जायेंगे जिससे APSEZ की कच्चा तेल भंडारण क्षमता 7,20,000 किलो-लीटर से बढ़कर 12,60,000 किलो-लीटर हो जाएगी।''

अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (APSEZ) की तरफ से मंगलवार को जानकारी दी गई कि कंपनी ने इंडियन ऑयल कॉर्प लिमिटेड (IOCL) के साथ गुजरात में APSEZ के मुंद्रा बंदरगाह पर नए टैंक बनाकर अपने कच्चे तेल की मात्रा बढ़ाने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। वर्तमान में IOCL अडानी समूह के मुंद्रा स्पेशल इकोनॉमिक जोन के एक विशेष क्षेत्र में एक कच्चे तेल के टैंक फार्म का संचालन करती है, जिसमें कुल 7,20,000 किलो-लीटर की क्षमता वाले 12 टैंक शामिल हैं।

मंगलवार को APSEZ द्वारा इस संबंध में एक प्रेस रिलीज जारी की गई, जिसके मुताबिक “IOCL द्वारा मुंद्रा बंदरगाह पर कच्चे तेल का भंडारण करने वाले 9 नए टैंक बनाए जायेंगे जिससे APSEZ की कच्चा तेल भंडारण क्षमता 7,20,000 किलो-लीटर से बढ़कर 12,60,000 किलो-लीटर हो जाएगी।” प्राप्त जानकारी के मुताबिक अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड द्वारा उठाये गए इस कदम से मुंद्रा पोर्ट IOCL के लिए अब तक का सबसे बड़ा बंदरगाह आधारित कच्चे तेल का भंडारण सुविधा बन जाएगा।”

वहीं यह चरण IOCL को मुंद्रा बंदरगाह में अतिरिक्त 10 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष (MMTPA) कच्चे तेल का भंडारण करने और मिश्रण करने के लिए सक्षम बनाएगा। इसके अलावा इस समझौते से IOCL को हरियाणा में अपनी पानीपत रिफाइनरी के विस्तार में मदद मिलेगी। IOCL भारत की तेजी से बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए अपनी पानीपत रिफाइनरी की क्षमता को 66 प्रतिशत से बढ़ाकर 25 MMTPA कर रहा है।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि IOCL की पानीपत रिफाइनरी के लिए 15 MMTPA की मौजूदा कच्चे तेल की आवश्यकता का एक हिस्सा मुंद्रा बंदरगाह में एकल बॉय मूरिंग (SBM) में संभाला जाता है। बता दें कि “मुंद्रा बंदरगाह SBM तट से 3-4 किमी दूर स्थित है जहां बड़े कच्चे तेल वाहकों (VLCC) से तेल उतारा जाता हैं। जिसके बाद पानी के नीचे स्थित मुंद्रा पानीपत पाइपलाइन (MPPL) के जरिए कच्चे तेल को SBM से क्रूड ऑयल टैंक फार्म और उसके बाद पानीपत में रिफाइनरी को भेजा जाता है।

नए कच्चे तेल के टैंकों को जोड़ने के साथ-साथ IOCL द्वारा MPPL पाइपलाइन क्षमता को 17.5 MMTPA तक बढ़ाया जाएगा। इससे पहले APSEZ के एक बोर्ड ने दिसंबर 2021 में कच्चे तेल के टैंकों और MPPL की वृद्धि के लिए 9,000 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय को मंजूरी दी थी।

इस साझेदारी पर टिप्पणी करते हुए, APSEZ के CEO और पूर्णकालिक निदेशक करन अडानी ने कहा, “यह कदम हमें अपनी साझेदारी को और मजबूत करने और IOCL का सहयोग और समर्थन करने के लिए बहुत गर्व की बात है। यह समझौता राष्ट्र की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।” इसी बीच बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में मंगलवार दोपहर APSEZ के शेयर 0.36 प्रतिशत बढ़कर 679.60 हो गए जबकि IOCL के शेयर पिछले बंद से 3.25 प्रतिशत ऊपर 116 रुपये पहुंच गया।

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