कासगंज : डॉन ब्रदर्स के हत्यारे अरुण मौर्य की कहानी गांव वालों की जुबानी, जानकर दंग रह जाएंगे आप !

कासगंज : डॉन ब्रदर्स माफिया अतीक और अशरफ की गोली मारकर हत्या करने में शामिल शूटर अरुण मौर्य कासगंज जनपद के सोरों कोतवाली क्षेत्र कादरवाड़ी गांव का निवासी है। लेकिन जब गांव में पहुंचकर भारत समाचार ने जाना कि अरुण मौर्य इतना बड़ा शूटर कैसे बन गया और वो किस तरह का लड़का है तो गांव वालों ने बताया कि अरूण मौर्य के पिता दीपक गांव में ही टिक्की-गोलगप्पे का ठेला लगाकर अपना जीवन यापन करते थे बहुत ही व्यवहारिक लोग हैं। 6-7 साल पहले ही गांव में आकर बसे हैं।

गांव वालों ने आगे बताया कि डॉन ब्रदर्स को गोली मारकर हत्या करने वाला अरुण मौर्य जो इनका लड़का है, वो शुरू से थोड़ा झगड़ालू तरह का लड़का है। इसी वजह से वो अपने पिता के संग कासगंज न रहकर पानीपत अपने दादा के साथ रहता है। वो गांव में सिर्फ एक बार ही आया है और जब एक बार आया था तब भी वह अपने पिता से झगड़ा कर यहां से चला गया था। फिलहाल वो पानीपत में पला बड़ा हुआ है, वही इस घटना के बाद से शूटर अरुण मौर्य के पिता अपने अन्य दो बच्चों के साथ फरार हैं जिनकी जानकारी अभी किसी को भी नही है।

शूटर अरुण मौर्य कासगंज का रहने वाला है। अरुण के माता-पिता का देहात बचपन में ही हो गया था। अरुण तीन कुल भाई है। एक भाई अहमदाबाद में काम करता है। अरुण के गांव में उसके चाचा-चाची रहते हैं। पुलिस ने उनसे अरुण के बारे में पूछताछ की है। परिजनों के मुताबित अरुण का पुराना आपराधित इतिहास रहा है।

बता दें, अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड के तीनों शूटरों को प्रतापगढ़ जिला जेल में दाखिल किया गया है। अतीक और अशरफ हत्याकांड के तीनों शूटरों को कड़ी सुरक्षा के बीच प्रतापगढ़ लाया गया है, जहाँ इनको कड़ी सुरक्षा के बीच प्रतापगढ़ जेल में दाखिल किया गया। अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्याओं की जांच के लिए तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया है। डीजीपी आरके विश्वकर्मा द्वारा गठित एसआईटी का नेतृत्व एडीजी प्रयागराज जोन भानु भास्कर करेंगे। इसमें सीपी प्रयागराज और निदेशक एफएसएल भी शामिल हैं।

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