
गाजीपुर : समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद अफजाल अंसारी ने विभिन्न मुद्दों पर अपनी प्रतिक्रिया दी। जब उनसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत के बयान के बारे में पूछा गया, तो अफजाल ने कहा कि जब तक खुद बयान सुन नहीं लिया जाए, तब तक उस पर प्रतिक्रिया देना मुनासिब नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि आजकल किसी भी बयान को परोसा जाता है, लेकिन वह स्वयं उसे नहीं मानते जब तक खुद बयान न सुना जाए।
अफजाल अंसारी ने स्वतंत्रता संग्राम की तारीख पर भी अपनी बात रखी और कहा कि देश की आजादी की तारीख 15 अगस्त 1947 तय है और भारत के गणतंत्र बनने की तारीख 26 जनवरी 1950 है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि इन तिथियों को न घटाया जा सकता है और न ही बढ़ाया जा सकता है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि वर्तमान में मूल मुद्दों पर चर्चा से बचने के लिए कंट्रोवर्सी के मुद्दे पैदा किए जाते हैं। राहुल गांधी के “इंडियन स्टेट से लड़ाई” वाले बयान पर अफजाल ने कहा कि इस पर राहुल गांधी या कांग्रेस नेताओं से पूछना चाहिए, क्योंकि उनके बयान के पीछे जो तथ्य हैं, वह महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बयान के पीछे छुपे तथ्यों को गायब करना मुनासिब नहीं है।
सैफ अली खान पर हमले के बारे में अफजाल अंसारी ने चिंता जताते हुए कहा कि यह कानून व्यवस्था का मामला है और इसकी जांच हो रही है। उन्होंने सैफ अली खान की सुरक्षा में घोर लापरवाही की बात भी की।
महाकुंभ में भीड़ के दावों पर अफजाल ने कहा कि महाकुंभ में 5 लाख से ज्यादा साधु-संत और महात्मा आस्था में साधना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह महापर्व है और देश-दुनिया के कोने-कोने से लोग यहां आ रहे हैं। अफजाल ने यह भी कहा कि वह महाकुंभ में लोगों की संख्या को चिन्हित नहीं कर सकते, क्योंकि जितने लोग आएं, वह कम है। अफजाल अंसारी ने अंत में मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में इंडिया गठबंधन और पीडीए की जीत का दावा किया।