Monkeypox से अब आपको भी सावधान रहने की जरूरत हैं.. क्योंकि इसका कहर भारत में भी आ गया हैं.. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने हाल ही में एमपॉक्स (मंकीपॉक्स) संक्रमण वाले देश से लौटे एक युवा पुरुष मरीज की पहचान वायरस के पुष्ट मामले के रूप में की गई है। इस मरीज को एक विशेष अस्पताल में आइसोलेशन में रखा गया है और उसकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, व्यक्ति से नमूने एकत्र कर लिए गए हैं और एमपॉक्स की उपस्थिति की पुष्टि के लिए परीक्षण किए जा रहे हैं। देश में मंकीपॉक्स का यह पहला मामला है। फिलहाल, मरीज के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं और आगे के इलाज की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
ऐसे में आपके मन में भी सवाल उठ रहा होगा कि इस खतरनाक वायरस से आखिर कैसे बचें. क्या करें और क्या नहीं, तो आइए बताते हैं आपके काम की हर एक बात.. जिससे आप इससे बचे रहें….
हेल्थ मिनिस्ट्री ने MonkeyPox के संदर्भ में कुछ महत्वपूर्ण सलाह दी है। यहाँ बताया गया है कि क्या करें और क्या न करें:
क्या करें:
सैनिटाइजेशन: अपने हाथों को नियमित रूप से साबुन और पानी से धोएं या अल्कोहल-बेस्ड हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करें।
स्वच्छता बनाए रखें: अपने आस-पास की सतहों और वस्तुओं को नियमित रूप से साफ और सैनिटाइज करें।
स्वास्थ्य पर ध्यान दें: अगर आपको MonkeyPox के लक्षण दिखते हैं, जैसे कि बुखार, शरीर में दर्द, त्वचा पर चकत्ते, या सूजन, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
अलगाव: यदि आप संक्रमित हैं, तो दूसरों से दूरी बनाए रखें और खुद को पृथक करें ताकि संक्रमण फैलने से रोका जा सके।
टीकाकरण: यदि उपलब्ध हो, तो MonkeyPox के खिलाफ टीका लगवाने पर विचार करें।
क्या न करें:
सार्वजनिक स्थान पर न जाएं: अगर आप संक्रमित हैं, तो भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें।
स्वस्थ लोगों के संपर्क में न आएं: संक्रमित व्यक्ति को स्वस्थ लोगों के संपर्क में आने से बचाना चाहिए।
स्वास्थ्य सलाह की अनदेखी न करें: लक्षण दिखने पर या संक्रमण की संभावना होने पर डॉक्टर की सलाह को नजरअंदाज न करें।
अनहाइजीनिक प्रथाओं से बचें: अपनी व्यक्तिगत और सार्वजनिक स्वच्छता के नियमों की अनदेखी न करें।
इन निर्देशों का पालन करके आप न केवल अपने स्वास्थ्य को सुरक्षित रख सकते हैं बल्कि दूसरों को भी संक्रमित होने से बचा सकते हैं।