
कांग्रेस नेता और पूर्व भारतीय क्रिकेटर नवजोत सिद्धू ने शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय से अनुरोध किया कि उन्हें 1988 के रोड रेज मामले में एक साल की जेल की सजा भुगतने के लिए आत्मसमर्पण करने के लिए कुछ सप्ताह का समय दिया जाए। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उनके इस अनुरोध को ठुकरा दिया जिसके चलते नवजोत सिद्धू को आज ही समर्पण करना होगा।
बता दे कि सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू को 1988 के रोड रेज मामले में एक साल की सजा सुनाई। 2018 में, शीर्ष अदालत ने क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू को हत्या के आरोपों से बरी कर दिया था, शीर्ष अदालत ने अपने 15 मई, 2018 के आदेश की समीक्षा की मांग वाली याचिका पर विचार करने के बाद कल यह आदेश दिया।
बता दे कि 27 दिसम्बर 1988 को सिद्धू और उनके एक दोस्त की गुरनाम सिंह नाम के एक बुजुर्ग से कार पार्किंग को लेकर लड़ाई हो गई थी। और इस लड़ाई में गुरनाम सिंह की मौत हो गई थी। जिसके बाद इस मामलें को लेकर सिद्धू और उनके दोस्त पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया था। दरअसह लड़ाई के दौरान सिद्धू ने गुरनाम को गिरा दिया जिसके बाद उस बुजुर्ग व्यक्ति को आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया, जहां पर हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई।
