समाजवादी पार्टी ने मंगलवार को लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों की तीसरी लिस्ट जारी की। इस लिस्ट में अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव को बदायूं से उम्मीदवार घोषित किया गया है। जिस पर बदायूं से भाजपा की सांसद संघमित्रा मौर्या ने धर्मेंद्र यादव की जगह शिवपाल यादव को टिकट देने पर तंज कसते हुए देर शाम एक बयान जारी किया।
भाजपा सांसद ने कहा कि बदायूं के बीजेपी कार्यकर्ताओं से डरकर धर्मेंद्र यादव मैदान छोड़कर भाग गए हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व सांसद की बदायूं के कार्यकर्ताओं के साथ हार की हैट्रिक लगने से रह गई। वे जहां से भी चुनाव लड़ेंगे सभी कार्यकर्ता मिलकर उनकी हार की हैट्रिक बनाएंगे।
मिलकर बढ़ाएंगे चाचा की हार का अंतर
संघमित्रा ने चाचा शिवपाल पर भी जमकर तंज कसा। उन्होंने कहा कि भतीजे की जगह अब चाचा आए हैं। जो 2019 के लोकसभा चुनाव में फिरोजाबाद से भाजपा प्रत्याशी से चार लाख तीन हजार नौ सौ पचास वोटों से चुनाव हारे थे। बदायूं के सभी कार्यकर्ता मिलकर चाचा की हार का अंतर बढ़ाएंगे। पीएम मोदी को जनता ने अबकी बार 400 पार का आशीर्वाद दिया है। एक बार फिर मोदी सरकार के नारे के साथ बदायूं में फिर से भाजपा के कमल को खिलाने का काम करेंगे।
गौरतलब है कि मंगलवार को समाजवादी पार्टी ने लोकसभा प्रत्याशियों की तीसरी सूची जारी की। जिसमें भतीजे धर्मेंद्र की जगह चाचा शिवपाल को टिकट दिया गया है। वहीं धर्मेंद्र यादव को कन्नौज और आजमगढ़ का प्रभारी बनाया गया है। इससे पहले आजमगढ़ में हुए लोकसभा उपचुनाव में धर्मेंद्र यादव को भाजपा प्रत्याशी से पराजय का सामना करना पड़ा था।