Delhi : देश के अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के निवेशकों ने हाल ही में म्यूचुअल फंड (MF) योजनाओं में नई सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) खाता खोलने के मामले में शहरी निवेशकों को पीछे छोड़ दिया है। पिछले एक साल में, शीर्ष 30 शहरों (T30) से बाहर के निवेशक, जिन्हें बियॉन्ड टॉप 30 (B30) कहा जाता है, ने सक्रिय इक्विटी योजनाओं में खोले गए नए SIP खातों में 60% का योगदान दिया है।
आपको बता दें कि म्यूचुअल फंड उद्योग निवेशकों को दो प्रमुख श्रेणियों में वर्गीकृत करता है:
T30: शीर्ष 30 शहर, जहां म्यूचुअल फंड में सबसे अधिक निवेश होता है।
B30: देश के बाकी क्षेत्र, जिनमें छोटे शहर और ग्रामीण क्षेत्र शामिल हैं।
B30 क्षेत्र से 42 मिलियन SIP खाते सक्रिय हो चुके हैं, जो इन क्षेत्रों में निवेश जागरूकता और भागीदारी के बढ़ते स्तर को दर्शाता है।
ऐसे में म्यूचुअल फंड उद्योग के आंकड़ों के अनुसार, पिछले एक साल में सक्रिय इक्विटी योजनाओं में खोले गए कुल नए SIP खातों में से 60% योगदान ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों (B-30) से आया है। यह आंकड़ा देश के छोटे शहरों और गांवों में निवेशकों के बढ़ते रुझान को दर्शाता है।
छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों के निवेशकों का म्यूचुअल फंड योजनाओं की ओर यह झुकाव देश के वित्तीय बाजारों में उनके बढ़ते योगदान को दर्शाता है। SIP के माध्यम से नियमित और छोटे निवेश करने की सुविधा ने इन क्षेत्रों में निवेश को प्रोत्साहित किया है।विशेषज्ञों का मानना है कि यह ट्रेंड आगे भी जारी रहेगा और ग्रामीण निवेशकों की भागीदारी देश के वित्तीय बाजारों को और मजबूत करेगी।