बढ़ते ईंधन कीमतों के बीच किराया बढ़ाने की मांग को लेकर आज से ओला-उबर, टैक्सी, ऑटो और मिनी बसों की हड़ताल…

दिल्ली ऑटो रिक्शा संघ के महासचिव राजेंद्र सोनी ने कहा कि सीएनजी की दरों में "अभूतपूर्व" बढ़ोतरी ने ऑटो और कैब चालकों पर भारी असर डाला है। “हम जानते हैं कि दिल्ली सरकार कुछ समिति बना रही है लेकिन हमें अपनी समस्याओं के समाधान की जरूरत है जो सरकारी रवैए ने दिखाई नहीं दे रहा है।

ईंधन और सीएनजी की बढ़ती कीमतों के विरोध में ऑटो, टैक्सी और मिनीबस चालकों के विभिन्न यूनियनों ने आज (18 अप्रैल) से दो दिवसीय हड़ताल शुरू कर दिया है। ये सभी यूनियन किराया दरों में बढ़ोतरी और सीएनजी की कीमतों में कमी की मांग कर रही हैं। दिल्ली सरकार द्वारा समयबद्ध तरीके से किराया संशोधन पर विचार करने के लिए एक समिति बनाने की घोषणा के बावजूद भी यूनियनों ने अपनी हड़ताल वापस लेने से इनकार कर दिया है।

हालांकि अधिकांश यूनियनों ने कहा कि वे एक दिवसीय हड़ताल पर रहेंगे। वहीं कैब एग्रीगेटर्स के लिए ड्राइव करने वाले सदस्यों का यूनियन सर्वोदय ड्राइवर एसोसिएशन दिल्ली ने कहा कि वे सोमवार से “अनिश्चितकालीन” हड़ताल पर जाएंगे। सर्वोदय ड्राइवर एसोसिएशन दिल्ली के अध्यक्ष कमलजीत गिल ने कहा, “ईंधन की कीमतों में कमी और किराए में संशोधन करके हमारी मदद करने के लिए सरकार द्वारा कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। इसलिए हमने सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला किया है।”

वहीं दिल्ली ऑटो रिक्शा संघ के महासचिव राजेंद्र सोनी ने कहा कि सीएनजी की दरों में “अभूतपूर्व” बढ़ोतरी ने ऑटो और कैब चालकों पर भारी असर डाला है। “हम जानते हैं कि दिल्ली सरकार कुछ समिति बना रही है लेकिन हमें अपनी समस्याओं के समाधान की जरूरत है जो सरकारी रवैए ने दिखाई नहीं दे रहा है।

उन्होंने कहा कि हम मांग कर रहे हैं कि सरकार (केंद्र और दिल्ली) सीएनजी की कीमतों पर 35 रुपये प्रति किलो की सब्सिडी मुहैया कराए। उन्होंने आगे कहा, “हम हर रोज घाटे में चल रहे अपने ऑटो और कैब नहीं चला सकते क्योंकि सीएनजी की कीमतें सरपट दौड़ रही हैं। हमारी यह हड़ताल कीमतों में बढ़ोत्तरी के खिलाफ एक प्रतीकात्मक विरोध है।”

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