
पकिस्तान की सियासत में एक बार फिर बड़ा सियासी उलटफेर सामने आया है। पाकिस्तान में नया इमरान खान सरकार गिर गई। शनिवार देर रात पकिस्तान नेशनल असेंबली अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हुई। जहां 344 सदस्यीय असेंबली इमरान खान के खिलाफ कुल 174 मत पड़े। सरकार को बेदखल करने के लिए 172 मतों की जरुरत थी जबकि इमरान खान नियाजी के विपक्ष में इससे 2 मत अधिक पड़े।
इससे पहले, इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ, पीटीआई (PTI) के सदस्यों ने स्पीकर असद कैसर के अपने पद से इस्तीफा देने के बाद पाकिस्तान नेशनल असेंबली से वाकआउट किया। वोटिंग के दौरान, PTI के सदस्य नेशनल असेंबली में मौजूद नहीं थे। वहीं इमरान खान की जगह पर विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ, पाकिस्तान का अगला प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में सबसे आगे चल रहे हैं।
वहीं इमरान सरकार के विश्वास मत गंवाने के बाद मीडिया से मुखातिब हुए नेता विपक्ष शहबाज शरीफ ने कहा कि आज पाकिस्तान में नई सुबह की शुरुआत हुई है। उन्होंने कहा कि हम किसी से बदला नहीं लेंगेऔर बेकसूर लोगों को जेल में नहीं डालेंगे, लेकिन कानून अपना काम करेगा।उन्होंने कहा कि आज से पाकिस्तान में मुस्कुराने वाले दिन लौट आए हैं।
पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट द्वारा संसद भंग करने के फैसले को पलटने और सांसदों को निचले सदन में लौटने का आदेश देने के बाद, PTI के एक सहयोगी ने इस कदम को न्यायिक तख्तापलट कहा था। वहीं इसपर इमरान खान ने कहा था कि वह “आखिरी गेंद तक” लड़ना जारी रखेंगे लेकिन शनिवार देर रात फ्लोर टेस्ट में फेल हो जाने के बाद उन्हें प्रधानमंत्री पद से हाथ धोना पड़ा।