प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को दिल्ली स्थित नए संसद भवन में अशोक स्तम्भ का अनावरण किया. 9500 किलोग्राम का यह विशालकाय स्तंभ नए संसद भवन के बीचो-बीच छत पर स्थापित किया गया है. इसकी ऊंचाई 20 फिट है. 9500 किलो भार के कांसे से बना अशोक स्तम्भ बेहद ही भव्य और आभायुक्त है.
नए संसद भवन की छत पर स्थापित इस विशाल अशोक स्तंभ को सहारा देने के लिए लगभग 6500 किलोग्राम वजन वाले स्टील की एक सहायक संरचना का निर्माण किया गया है. राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तम्भ की स्केच से लेकर क्ले मॉडलिंग (Clay Modelling) से ढलाई तक अवधारणा आठ अलग-अलग चरणों से गुजरी है.
इन आठ चरणों के अलग-अलग खंड में स्केच, क्ले मॉडलिंग प्रक्रिया, कंप्यूटर ग्राफिक से कांस्य कास्टिंग और पॉलिशिंग तक शामिल है. सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तंभ की भव्य प्रतिमा का अनावरण किया. इस दौरान उन्होंने वर्कर्स से भी बात की और समय से काम पूरा करने के लिए उनका धन्यवाद किया.
नए संसद भवन की छत पर राष्ट्रिय प्रतीक के स्थापना के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पूरी भी मौजूद रहे.