देवरिया हत्याकांड में पुलिस-प्रशासन पूरी तरह से फेल…!

पुरानी रंजिश और जमीनी विवाद में 6 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया. देवरिया में जो कत्लेआम हुआ है.उससे इलाके के लोग अभी तक दहशत में है.

डिजिटल डेस्क- उत्तर प्रदेश के देवरिया में हुए हत्याकांड ने सभी को दहला कर रख दिया है. रुद्रपुर इलाके के फतेहपुर गांव में पुरानी रंजिश और जमीनी विवाद में 6 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया. देवरिया में जो कत्लेआम हुआ है.उससे इलाके के लोग अभी तक दहशत में है.

जहां एक व्यकित की हत्या के बदले में कई लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया. बता दें कि जमीनी विवाद काफी सालों से चल रहा था.जिसकी पुलिस को पहले से इस विवाद की जानकारी भी दी गई थी. एक पक्ष ने पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम यादव की पीट पीटकर हत्या कर दी थी. उसके बाद हिंसा का भयानक दौर चला, दूसरे पक्ष और पहले पक्ष के तमाम लोग आमने सामने आ गए.

दूसरे पक्ष से सत्य प्रकाश दुबे की भी हत्या हो गई.उसके बाद 2 मासूम बच्चों, एक महिला और एक युवक को मौत के हवाले कर दिया गया.

अब इस मामले में पुलिस की बड़ी नाकामी उजागर हो रही है. कहा जा रहा है कि रुद्रपुर में हुई 6 लोगों की हत्या के मामले में समय रहते पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी. दुबे परिवार ने 11 बार मामले में शिकायत की थी. लेकिन पुलिस ने शिकायत के बाद भी हरकत में जरुरी नहीं समझा, जिसका खामियाजा पूरे परिवार को उठाना पड़ा.

मामले को लेकर कहा जा रहा है कि पुलिस ने कार्रवाई की होती तो ऐसी घटना न होती. और ऐसा खूनी खेल किसी भी देखना नहीं पड़ा.

दो जातियों का मामला जुड़े होने की वजह से गांव में तनाव का माहौल है.वहीं कई बीघा जमीन को लेकर हुए विवाद के बीच में देवरिया के बीजेपी विधायक शलभमणि त्रिपाठी ने कहा है कि बेबस लोगों, बेटियों और मासूम बच्चों पर हमला करने वाले भूमाफ़िया कायर और नपुंसक हैं. उनका उचित और कानूनी इलाज होकर रहेगा.साथ ही इस मामले में दोषी महाभ्रष्ट राजस्व अधिकारी, कर्मचारी और प्रशासनिक अधिकारी भी अपनी करनी का फल भुगतने को तैयार रहें.

देवरिया हत्याकांड पर सख्त चेतावनी देते हुए बीजेपी विधायक शलभमणि त्रिपाठी ने कहा कि भूमाफियाओं और अपराधियों के विरूद्ध निर्णायक जंग लड़ी जाएगी. वे बचेंगे नहीं. चाहे उन्हें किसी की भी सियासी सरपरस्ती हासिल हो.

इस मामले में 24 घंटे बाद भी लापरवाह अफसरों पर एक्शन नहीं लिया गया है.न्याय के लिए दुबे परिवार अफसरों के चक्कर लगाता रहा. जानकारी के लिए बता दें कि रुद्रपुर कोतवाली में अक्सर ये मामला पहुंचता था. समय से कार्रवाई होती तो 6 लोगों की जान बच जाती.

Related Articles

Back to top button